गणपति प्लाजा के लॉकरों ने उगला काला धन -3 लॉकर में मिले 1 किलो सोना व सवा करोड़ रुपए नकद

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-नोट गिनने के लिए इनकम टैक्स विभाग ने मंगवाई मशीन

जयपुर, 17 अक्टूबर (ब्यूरो): गणपति प्लाजा स्थित स्ट्रॉन्ग रूम के लॉकरों को अब इनकम टैक्स विभाग ने खोलना शुरू कर दिया है। लॉकरों में कई बड़े अधिकारी और राजनेताओं सहित व्यापारियों की काली कमाई जमा होने के आरोप भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने लगाए थे, जिसके चलते ईडी ने भी यहां दस्तक दी थी। मंगलवार को इनकमटैक्स विभाग ने तीन लॉकर खोले, जिनमें करीब एक किलो सोना और सवा करोड़ रुपए मिले हैं। नोट गिनने के लिए टीम को मशीन मंगवानी पड़ी, वहीं आसपास के लोगों में यह कार्रवाई कौतूहल का विषय बनी रही।

किसके लॉकर से क्या मिला
इनकम टैक्स विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को तीन लॉकर खोले गए। टीम को कार्तिक कूलवाल के लॉकर से 1 किलो सोना मिला और इदरीश हसन के लॉकर से 1 करोड़ से ज्यादा की नकदी बरामद की गई। फिलहाल इदरीश और कार्तिक कौन हैं इसकी जानकारी गोपनीय रखी गई है। बताते चलें कि राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी मीणा ने 13 अक्टूबर को यहां धावा बोला था। उन्होंने 100 लॉकरों में करीब 50 किलो सोना और 500 करोड़ का काला धन जमा होने का दावा किया था। ईडी टीम अब लॉकर धारकों का चि_ïा तैयार कर उन्हें बुलाकर लॉकर खोलेगी।

1100 लॉकर में ले 540 इनएक्टिव
जानकारी के अनुसार गणपति प्लाजा के अंडरग्राउंड में बने स्ट्रांग रूम में 1100 लॉकर हैं, जिनमें से 540 लॉकर एक्टिव नहीं हैं। कुछ लॉकर ऐसे हैं जिनके मालिक की जानकारी नहीं मिली है और उनके नाम भी गलत बताए जा रहे हैं। कुछ के नाम-पते भी मिलान नहीं खा रहे हैं। इनकम टैक्स इन लॉकरों को संदिग्ध मानकर जानकारी जुटा रही है। टीम अब सभी लॉकर धारकों को बुलाकर एक-एक लॉकर खोलने तक जांच जारी रखेगी। जानकारी यह भी मिली है कि सोमवार को 7 लॉकर इनकम टैक्स विभाग ने खोले, मगर इनकी जानकारी गोपनीय रखी गई।

ऐसे होता है घालमेल
आईटी रेड के एक्सपर्ट की मानें तो कई बार इस तरह की रेड कंडक्ट कर चुके हैं। लोग अपने नौकरों के नाम से लॉकर के आसपास वाले लॉकर ले लेते हैं। बाद में नौकरों को नौकरी से निकालकर खुद ऑपरेट कर काली कमाई जमा करते हैं। ऐसे में ईडी और आईटी की टीम सर्च करती है तो शातिर लोग जानकारी होने से इनकार कर देते हैंं। ऐसे में इनकम टैक्स के हाथ नकदी या दस्तावेज लगते हैं, मगर असली मालिक तक नहीं पहुंचा जाता। कोर्ट के आदेश पर लॉकर तोडऩे की कार्रवाई भी हो सकती है।

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