होटल में मारपीट मामले में आईएएस-आईपीएस सस्पेंड

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-एएसआई व दो कांस्टेबल भी लाइन हाजिर, मामले की जांच एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसफ करेंगे

जयपुर/अजमेर 13 जून : हाइवे स्थित होटल मकराना राज अजमेर में होटल कर्मियों के साथ मारपीट मामले में मंगलवार रात सरकार ने आईएएस गिरधर और आईपीएस सुशील कुमार बिश्नोई को सस्पेंड कर दिया है। मारपीट की घटना होटल में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी। वहीं, इस मामले में एएसआई और दो कांस्टेबल को लाइन हाजिर किया गया है। डीजीपी उमेश मिश्रा ने मामले की जांच एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसफ को सौंप दी है।
यह घटना 11 जून रात करीब दो बजे की है और इसका वीडियो सामने आने के बाद सरकार ने आईएएस व आईपीएस को सस्पेंड कर दिया है। आईएएस गिरधर अजमेर डेवलपमेंट अथॉरिटी के आयुक्त थे। उनके भी इस मामले में शामिल होने की चर्चा थी। आईपीएस अफसर सुशील बिश्नोई को राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले ही बनाए गए नए जिले गंगापुर का ओएसडी लगाया था। इससे पहले वे एडिशनल एसपी सिटी अजमेर के पद पर तैनात थे। रविवार को शहर के एक रेस्टोरेंट में उन्हें विदाई पार्टी दी गई। पार्टी खत्म होने के बाद 11 जून को रात 2 बजे कुछ दोस्तों के साथ वह होटल में खाना खाने पहुंचे थे। होटल मालिक महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि सुशील बिश्नोई अपने 4-5 साथियों के साथ प्राइवेट गाड़ी में होटल आए थे। होटल के एक कर्मचारी को आईपीएस ने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद जब होटल के स्टाफ उमेश कुमार, महेंद्र गुर्जर और अन्य मौके पर गए तो उनके साथ भी मारपीट, गाली गलौज की। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में हुई कैद हो गई और इसमें आईपीएस सुशील बिश्नोई दिखाई दे रहे हैं। रात करीब 3 बजे इसकी शिकायत गेगल पुलिस को दी गई। पुलिस के द्वारा मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर राजपूत समाज के लोगों ने आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को ज्ञापन भी सौंपा था। इस मामले को लेकर आईपीएस सुशील बिश्नोई कहते हैं कि झूठे आरोप लगाए गए हैं। मारपीट की सूचना पर मौके पर गया था और मामला शांत कराया था। मेरे द्वारा कोई मारपीट नहीं की गई है।

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