-जिनका क्रिकेट से लेना देना नहीं उनकी भी हो गई एंट्री
जयपुर, 22 अप्रैल (ब्यूरो) : राजस्थान में आइपीएल के आयोजन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब आईपीएल मैचों के दौरान पास और एक्रीडेशन वितरण को लेकर गफलत सामने आने लगी है। कई जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारियों ने पास वितरण में दबी जुबान से भेदभाव की बात स्वीकारी है। बताया जाता है कि आरसीए उपाध्यक्ष शक्ति सिंह को भी इस बाबत पत्र लिखा गया है। जिला क्रिकेट संघों की नाराजगी को दूर करने के लिए आरसीए पदाधिकारी सक्रिय हो गए हैं। हालांकि आरसीए सूत्रों की माने तो इस बार बीसीसीआई ने स्टेट एसोसिएशन के एक्रीडेशन को काफ ी कम कर दिया है। इसकी वजह से हमने काफी जिला संघों के पदाधिकारियों के कार्ड नहीं बनाए हैं। कुछ जगह हमने अध्यक्ष का हटाया है तो कुछ स्थानों पर कोषाध्यक्ष का नाम काट दिया है।
लेकिन अब कुछ एसी शिकायतें भी सामने आई हैं कि जिनके एक्रीडेशन बने है उनका क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है। आरसीए उपाध्यक्ष शक्ति सिंह ने भी इसे स्वीकार किया है। यहां तक सोशल मीडिया पर एक्रीडेशन कार्ड पहने तस्वीरें भी चल रही है, जिसको देखने के बाद आरसीए पदाधिकारी भी हैरत में हैं। ये कार्ड किसने बनाए इसको लेकर राजस्थान रॉयल्स और मैचों का जिम्मा संभालने वाली इवेंट ऐजेंसी का नाम सामने आता है।
अब बताया जा रहा है आरसीए पत्र लिखकर इन दोनों से जानकारी ले सकती है। जिला क्रिकेट संघों के पास नहीं बने और दूसरे लोगों के एक्रीडेशन पास बन गए यह बात आरसीए पदाधिकारियों के भी गले नहीं उतर रही है। बात आगे बढऩे पर अब माना जा रहा है कि आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत इस मामले में दखल दे सकते हैं। जिन जिला क्रिकेट संघों को इस बार आईपीएल में तव्वजो नहीं मिली है उनकी नाराजगी की खबरें भी सामने आ रही हैं। गौरतलब है कि 19 अप्रैल को पहला मैच शुरू होने से पहले खेलमंत्री अशोक चांदना ने सवाई मानसिंह स्टेडियम को सील कर दिया था। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन ने काफी मुश्किल से मामले को सुलझाया था। अब आरसीए के पदाधिकारियों ने ही एक्रीडेशन को लेकर गड़बड़ी के आरोप लगा दिए हैं।