जयपुर, 15 अप्रैल (ब्यूरो): सवाई मानसिंह स्टेडियम में अप्रैल और मई में 5 आईपीएल मैच होंगे। बुधवार को पहला मैच खेला जाएगा। लेकिन मैच शुरू होने से पहले ही ग्रेटर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने सफाई को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया हैं। उनका आरोप है कि क्रिकेट मैच व्यावसायिक गतिविधि हैं। इससे करोड़ों रुपए का राजस्व आता है, लेकिन नगर निगम को कुछ भी नहीं मिलता हैं। जबकि मैच के दौरान स्टेडियम में लाखों दर्शक आते हैं। लोगों की आवाजाही से स्टेडियम के चारों ओर की सडक़ों व आस-पास के क्षेत्र में काफी गंदगी हो जाती हैं। इस गंदगी को हटाने का काम निगम के सफाई कर्मचारियों को करना पड़ता हैं। सालों से यह परंपरा चली आ रही हैं। लेकिन इस बार संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ ने आवाज उठाई हैं। इस संबंध में उन्होंने नगर निगम ग्रेटर आयुक्त महेन्द्र सोनी को पत्र लिखा हैं।
संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि एसएमएस स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स द्वारा क्रिकेट मैच का आयोजन किया जा रहा हैं। इन मैचों में स्टेडियम के बाहर के क्षेत्र नगर निगम में सफाई कर्मचारी और संसाधनों की मदद से सफाई करवाता हैं। जिसमें कर्मचारियों को अतिरिक्त कार्य भार और नगर निगम को वित्तीय नुकसान होता हैं। इसलिए संघ ने मांग उठाई है कि स्टेडियम से सफाई कर्मचारी एवं सफाई संबंधित कार्य नहीं करवाएं। यदि कार्य करवाया जाए तो निगम कोष में राशि जमा करवाएं। हालांकि नगर निगम प्रशासन का कहना है कि सफाई कार्य करना निगम की ड्यूटी हैं। कर्मचारियों की जायज मांग को माना जाएगा। यदि इस बहाने किसी अन्य प्रलोभन की आस होगी तो वह पूरी नहीं होगी। जानकारी के अनुसार बता दे कि नगर निगम को सफाई संबंधि सभी शुल्क प्राप्त होते हैं।