80 से ज्यादा ट्रांसफार्मर चुराए, राजस्थान और गुजरात के विभिन्न थानों में 106 मामले दर्ज हैं आरोपियों के खिलाफ
उदयपुर, 27 सितम्बर(ब्यूरो): शहर की प्रतापनगर थाना पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय चोर गिरोह को पकड़ा है, जिसके हाथ जो कुछ लगता, उसे ही चुरा लेते। यहां तक उन्होंने 80 से ज्यादा ट्रांसफार्मर चुरा लिए और उससे निकले तांबा, लोहे या अन्य स्क्रेप को बेच दिया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुराए स्क्रेप के साथ एक पिकअप भी बरामद की है। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ राजस्थान तथा गुजरात के विभिन्न थानों में चोरी तथा नकबजनी के 106 मामले दर्ज हैं।
पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने पत्रकारों को अंतरराज्यीय चोर गिरोह के पकड़े जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से आबादी से दूर क्षेत्र में लगे ट्रांसफार्मर चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं। जांच में पता चला कि जिले में एक ऐसा चोर गिरोह सक्रिय है जो चुराए ट्रांसफार्मर से निकाले तांबा या अन्य स्क्रेप ही नहीं, बल्कि कबाड़ के छोटे—छोटे दुकानों के ताला तोड़कर वहां एकत्र स्क्रेप को चुरा लेते। यह चोर गिरोह ज्यादातर सुनसान इलाकों में सक्रिय रहता, ताकि पकड़ा नहीं जा सके। उसे दबोचने के लिए एक टीम को पूरी तरह इस गिरोह के पड़ताल तथा दबोचने की जिम्मेदारी दी। जिसमें पता चला कि चोर गिरोह गुजरात नंबर की पिकअप उपयोग में लेते और वारदात कर राजस्थान से फुर्र हो जाते थे। बुधवार को प्रतापनगर थानाधिकारी हिमान्शु सिंह तथा जिला स्पेशल टीम के प्रभारी देवेंद्र सिंह को डबोक की ओर से शहर की ओर आ रही गुजरात नंबर की संदिग्ध पिकअप के बारे में पता चला। जिसे नाकाबंदी कर रोकने का प्रयास किया लेकिन पिकअप चालक ने गाड़ी रोकने की बजाय नाकाबंदी तोड़कर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस उसे रूकवाने में सफल रही। पिकअप की जांच की तो उसमें प्लास्टिक के तीन बोरे मिले, जिन्हें खोला गया तो उनमें तांबे का तार, प्लेंटे तथा स्क्रेप बरामद हुआ। चालक से बरामद माल के संबंध में पूछा गया तो वह सकपका गया तथा संतोषजनक जबाव नहीं दे पाया। कड़ाई बरती तो चालक ने बताया कि उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ जिले के अलग—अलग स्थानों ने उसने और उसके साथियों ने ट्रांसफार्मर चुराए तथा उससे उक्त सामान निकाला। यही नहीं, उसने बताया कि वह कबाड़ के छोटे—बड़े गोदामों को निशाना बनाते और स्क्रेप चुरा लेते थे। जिस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। चालक भीलवाड़ा जिले के आसींद थाना क्षेत्र के बखता का खेड़ा गांव का रोशनलाल पुत्र सूरजमल गुर्जर था। पिकअप में सवार उसके साथी डबोक, उदयपुर निवासी प्रेमलाल पुत्र गेहरीलाल, कालीमगरी, उदयपुर निवासी फतेहसिंह पुत्र भंवरलाल राजपूत, डबोक निवासी शांतिलाल पुत्र भंवरलाल कालबेलिया और काजयिवास—नाथद्वारा निवासी सोहननाथ पुत्र जीवननाथ चौहान को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उनके दो अन्य साथी अर्जुन सिंह तथा अर्जुन कीर की तलाश जारी है।
गिरोह के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज हैं 106 मामले
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ राजस्थान और गुजरात के विभिन्न थानों में एक सौ छह मामले दर्ज हैं। वह ट्रांसफार्मर ही नहीं चुराते बल्कि कबाड़ के 18 सूने गोदाम से स्क्रेप तथा बीस मकानों से सोने तथा चांदी के जेवरात चुरा चुके। बताया गया कि गिरोह के सदस्य पहले शहर के बाहरी इलाकों में रैकी करते थे। रात में सूने मकानों में घुसकर आसानी से वारदात को अंदाज देते थे। इसी तरह सूनी फैक्ट्रियों तथा गोदामों में भी ताला तोड़कर या दीवार फांदकर घुस जाते थे। आबादी क्षेत्र से दूर डीपी को देखते तो अर्जुन सिंह व सोहन सिंह दोनों एक लकडी से रस्सी बांध कर डीपी के तारों पर फेंककर झटका देते, जिससे लाइन फाल्ट हो जाती तथा बाद में खम्भे पर चढकर डीपी को नीचे गिरा देते और पिकअप में डीपी रखकर चुराकर ले जाते।
2023-09-27