सरकारी जमीन और लोगों के खाली प्लॉट में दो से तीन मंजिल तक मिट्टी खोदकर बेच डाली गिरोह ने
डंपर, जेसीबी, ट्रैक्टर और दुपहिया वाहन बरामद, लाखों रुपयों की मिट्टी तो बेच चुका गिरोह
दौलतपुरा थाना क्षेत्र में अगर आपका भी कोई खाली प्लॉट या भूखंड हो तो जाकर संभाल आएं,,,। इलाके में मिट्टी चोर गिरोह सक्रिय है जो रात होते ही खाली प्लॉट्स से मिट्टी चोरी करना शुरू कर देता है। सवेरे तक दर्जनों ट्रैक्टर और ट्राली मिट्टी चोरी कर ली जाती है और उसके बाद अगली रात फिर से यही काम शुरू कर दिया जाता है। दौलतपुरा और खनन विभाग ने मिलकर बुधवार अलसुबह गिरोह को दबोचा है।जो लाखों रुपयों की मिट्टी तो बेच चुका है। पहली कार्रवाई भैरू खेजड़ा न्यू ट्रांसपोर्ट नगर ने की जहां मंगलवार रात जेसीबी, डंपर, को पकड़ा और दूसरी कार्रवाई बड़ागांव जर्खिया यहां से चार ट्रैक्टर ट्रॉली, एक बाइक जब्त की गई है। करीब आधा दर्जन लोगों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने बताया कि आसपास के गावों में रहने वाले लोग ही मौका पाकर मिट्टी की चोरी कर रहे थे। इनमें बाबूलाल मीणा, जालम सिंह मीणा, राम स्वरूण मीणा, टीपू सुल्तान मीणा, संजू मीणा समेत अन्य लोग शामिल हैं। ये लोग मिलकर काम करते थे। टीपू सुल्तान और संजू पहले अपनी बाइक से मौका देखकर आते थे, यानि ऐसी जगह जहां आसपास काफी दूरी तक कोई रिहायश नहीं हो। उसके बाद बाकि लोग डंपर , जेसीबी और अन्य वाहन लेकर मिट्टी खनन करना शुरु कर देते। अधिकतर जमीन सरकारी होती थी। ताकि अगर कोई टोकाटोकी भी करता तो ये लोग बता देते थे कि सरकारी जमीन है और सरकारी जमीन से मिट्टी निकालने के ऑर्डर उपर से आए हैं, ये मिट्टी दूसरी साइट पर ले जानी है। इस बीच कई बड़े भूखंड जो निजी लोगों के होते थे, वे भी ये लोग साफ कर देते थे। पुलिस ने बताया कि आसपास के गावों में कई भूखंड तो ऐसे हैं जहां पर तीन से चार मंजिल तक मिट्टी खोद दी गई है। इस बारे में काफी समय से जानकारी मिली रही थी और आज तडके दौलतपुरा एसएचओ नरेन्द्र कुमार, माइनिंग विभाग की महिला अफसर स्वाति और सोनू समेत अन्य कार्मिकों ने मिलकर एक्शन लिया और बड़ा गिरोह पकड़ लिया गया। पूछताछ की जा रही है कि ये लोग कितने समय से इस तरह का काम कर रहे थे।पुलिस ने पूरी घटना से उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
अंधेरा होते ही सक्रिय हो जाते खनन माफिया:
आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि रात का अंधेरा होते ही मिट्टी माफिया सक्रिय हो जाते हैं। मशीनों से पूरी रात धरती का सीना छलनी किया जाता है। किसानों की जमीनों पर अनुमति की आड़ में माफिया आसपास की सरकारी जमीनों को निशाना बनाते हैं। दिन में अनुमति वाली जगह पर मिट्टी खूदाई कर शासन के मानकों के मुताबिक खनन किए जाने की दुहाई दी जाती है। जबकि रात में जेडीए चरागाह आदी की जमीनों को खोखला किया जाता है।