-विभिन्न शाखाओं की प्रयोगशालाओं को आधुनिक बनाने में मिलेगी मदद
-महिला वैज्ञानिकों एवं प्रोद्यौगिकीविदों को मिलेंगे करिअर के मौके
जयपुर, 9 जून। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकीय विभाग की ओर से आईआईएस(डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) जयपुर को महिला शिक्षा के प्रोत्साहन के लिए 2.06 करोड़ का क्यूरी प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है। प्रोफेसर रामफूल शर्मा के निर्देशन में प्राप्त इस प्रोजेक्ट का शीर्षक कोर रिसर्च ग्रांट टू आईआईएस यूनिवर्सिटी जयपुर अंडर क्यूरी है। इस प्रकार का प्रोजेक्ट जयपुर शहर में किसी शैक्षिक संस्थान को पहली बार मिला है। भारत सरकार की ओर से विश्वविद्यालय को प्रोजेक्ट के तहत अनुदान जारी करने पर आईआईएस विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. अशोक गुप्ता एवं समस्त शैक्षणिक परिवार ने खुशी जाहिर की है।
गौरतलब है कि विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग नॉलेज इन्वाल्वमेंट इन रिसर्च एडवांसमेंट थ्रू नर्चिंग(किरण) योजना के तहत महिला वैज्ञानिकों एवं प्रोद्यौगिकीविदों को विभिन्न करिअर अवसर उपलब्ध कराता है। इसका मकसद विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से शोध एवं विकास में महिला प्रतिभाओं को सम्मिलित करते हुए विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी के क्षेत्र में लैंगिक समानता लाना है।
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से विश्वविद्यालय को विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी की विशिष्ट शाखाओं जैसे नैनो टेक्नोलॉजी, नैनो साइंस, बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोटेक्नोलॉजी, भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र,वनस्पतिशास्त्र एवं जन्तु विज्ञान की प्रयोगशालाओं को आधुनिक बनाने एवं सुसज्जित करने में सहायता मिलेगी। इससे महिला शोधार्थी गुणवतापूर्ण शोध कार्य कर सकेंगी। इतना ही नहीं स्नातकोत्तर तथा स्नातक स्तर की छात्राओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा।