-परिचित और ससुर सहित आधा दर्जन ठिकानों पर छापे
-करोड़ों रुपए की चल-अचल सम्पत्ति, बैंक लॉकरों की होगी जांच
-राजधानी की एनआरआई कॉलोनी के बंगले में दस घंटे तक रुकी टीम
जयपुर, 27 अक्टूबर (ब्यूरो): भ्रष्टïाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार सुबह वरिष्ठï आईएएस मेघराज सिंह रतनू पर शिकंजा कसा। राजधानी के प्रताप नगर स्थित एनआरआई कॉलोनी में बने आलीशान बंगले पर एसीबी टीम ने दबिश दी, जबकि उनके ससुर और परिचितों सहित आधा दर्जन ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। करीब दस घंटे तक चले तलाशी अभियान में आईएएस के यहां से करोड़ों रुपए की चल-अचल सम्पत्ति के दस्तावेज मिले हैं। एसीबी ने साक्ष्य एकत्रित कर पद का दुरुपयोग और आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज कर कड़ी से कड़ी जोडऩा शुरू कर दिया है। अलग-अलग बैंकों में मिले लॉकरों को अब ब्यूरो किसी भी समय खोलकर उनमें जमा सोने-चांदी और अन्य सामान का बरामद कर आंकलन करेगी।
रंगे हाथ पकडऩा था, बच निकले :
सूत्र बताते हैं कि सहकारिता विभाग में रजिस्ट्रार पद पर तैनात आईएएस मेघराज सिंह रतनू के खिलाफ भ्रष्टïाचार और पद का दुरुपयोग कर धन कमाने की शिकायतें ब्यूरों को मिल रही थीं। एसीबी की टीमें लगातार निगरानी बनाए हुए थी, मगर रंगे हाथ गिरफ्त में नहीं आए तो उनके खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज कर सर्च ऑपरेशन चलाया। एसीबी की अलग-अलग टीमों में कई महीनों तक उनके रिश्तेदार और परिचितों पर निगरानी रखकर पुख्ता सबूतों के आधार पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की। जानकारी के अनुसार कार्रवाई के दौरान मेघराज रतनू मौजूद थे, जिनकी भारी मात्रा में बेनामी सम्पत्ति का पता लगाया जा रहा है।
एपीओ भी हो चुके रतनू :
मेघराज सिंह रतनू प्रमोटी आईएएस हैं और नेशनल हेल्थ मिशन के एडिशनल मिशन डायरेक्टर भी रह चुके हैं और हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट में कमिश्नर भी रहे। रतनू को 2019 में जोधपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी कमिश्नर रहते हुए एपीओ किया गया था। बाद 2021 में उन्हें हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट में लगाया था और अभी सहकारिता विभाग में रजिस्ट्रार के पद पर हैं। एसीबी ने उनके ससुर डॉ. रिछपाल रतनू के लक्ष्मणगढ़ स्थित आवास सहित अजमेर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर और सीकर में सर्च ऑपरेशन चलाया है।
जैसे कमाया वैसे लगाया :
मेघराज का राज आंगन में आलीशान बंगला है। एसीबी ने अजमेर में 2 बड़े भूखंड, जगतपुरा और अजमेर रोड पर खुद के व पत्नी मंजूला रतनू मालवीय स्थित त्रिमूर्ती कॉम्पलैक्स में कई फ्लैट, बेटी महीजा के नाम करीब साढ़े चार सौ गज का प्लॉट, भांजे महिपाल व उसकी पत्नी मनीषा बारेठ के नाम जमीनों में निवेश के दस्तावेज मिले हैं। जानकारी के अनुसार रतनू ने अपनेे बेटे मिहिर का 50 लाख रुपए देकर पेमेंट सीट पर महात्मां गांधी मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रवेश दिलाया, जबकि बेटी की पढ़ाई पर करीब 60 लाख रुपए खर्च कर शादी में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए थे।
बैंक लॉकरों की जांच :
मेघराज के ऑफिस से बीमा पॉलिसी में निवेश, विदेश यात्रा के दस्तावेज, 4 संदिग्ध डायरी, पेन ड्राईव, चैकबुक सहित 6 लाख रुपए से ज्यादा की नकदी और गहने बरामद किए हैं। पड़ताल में सामने आया है कि एसबीआई, एचडीएफसी और एयू स्मॉल बैंक में 4 लॉकर हैं, जिन्हें टीम किसी वक्त खोल सकती है। माना जा रहा है कि इन लॉकरों में भारी नकदी सहित सोना-चांदी और जमीनों में निवेश के दस्तावेज बरामद हुए हैं। एसीबी ने रतनू की लग्जरी गाडिय़ों को भी सूची बद्ध किया है।