नया एकेडमिक सेशन शुरू होने से पहले यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने फेक यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 20 ऐसी यूनिवर्सिटीज शामिल हैं जिनके पास डिग्री देने की अथॉरिटी नहीं है। दिल्ली में ऐसी फेक यूनिवर्सिटीज की संख्या सबसे ज्यादा है।
UGC सेक्रटरी मनीष जोशी के अनुसार, “कई संस्थान छात्रों को UGC एक्ट के प्रावधानों के विपरीत डिग्री दे रहे हैं। ऐसे विश्वविद्यालयों की ओर से दी गई डिग्री को वैलिड नहीं माना जाएगा। यह डिग्री हायर स्टडीज या रोजगार के उद्देशय से भी मान्य नहीं होगी।”
UGC ने दी छात्रों को सलाह
UGC ने छात्रों को सलाह दी है कि एडमिशन से पहले फर्जी और मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के बारे में डिटेल्स की जांच कर लें। इसके अलावा, अगर कोई विश्वविद्यालय/संस्थान UGC अधिनियम के खिलाफ है तो इसे ईमेल के माध्यम से UGC के ध्यान में लाया जा सकता है, ताकि ऐसे संस्थानों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। UGC फेक यूनिवर्सिटीज की लिस्ट जारी कर छात्रों को गैर-मान्यता प्राप्त और धोखाधड़ी वाले संस्थानों के जाल में फंसने से बचाना चाहता है।
पिछले साल 21 फर्जी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट हुई थी जारी
पिछले साल UGC ने 21 ऐसी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट जारी की थी। UGC के अनुसार, यूनिवर्सिटीज सिर्फ तभी डिग्री दे सकती है जब वे केंद्रीय, राज्य/प्रांतीय अधिनियम के तहत स्थापित हों, या उन्हें डीम्ड-टु-बी यूनिवर्सिटी के रूप में मान्यता मिली हो। इसके अलावा, संसद के एक अधिनियम के अनुसर, विशेष रूप से सशक्त संस्थानों को भी छात्रों को डिग्री प्रदान करने का विशेष अधिकार है।
UP की फर्जी यूनिर्सिटीज
गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लैक्स होम्योपैथी, कानपुर
नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी), अलीगढ़
भारतीय शिक्षा परिषद, भारत भवन, लखनऊ
इन राज्यों में भी फेक यूनिवर्सिटी
आंध्र प्रदेश में क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी और बाइबिल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया
पश्चिम बंगाल में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन और इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च
कर्नाटक में बदगानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी
केरल में सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी
महाराष्ट्र में राजा अरबी यूनिवर्सिटी
पुडुचेरी की श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन
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