बजरी ठेकेदार अवैध तरीके से मार्ग पर डाला रहा है पानी विभागीय अधिकारी ले रहे है अवैध गतिविधियो का पक्ष
निवाई राजस्थान सरकार पिछले बजट में बरोनी से कुडगांव;करौली तक 156.60 किलोमीटर सडक को स्टेट हाइवे 122 घोषित कर भूल चुकी है ।वही सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते पूर्व में बना मेजर डिस्ट्रिक रोड की मरम्मत के लिए न ठेकेदार का पता है और न काम का जिसके कारण सडक पर दुर्घटनाए तो बढ़ ही रही है वही क्षेत्र में सांस से लेकर आंख के रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बरौनी से कंवरपुरा तक की सड़क की क्षमता 9 टन है। जबकि सड़क पर क्षमता से 10 गुना भार वाले बजरी वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। क्षतिग्रस्त सड़क पर एक ठेकेदार द्वारा बरोनी से कंवरपुरा तक की सड़क पर बिना मापदंड के अवैध रूप से मिट्टी डलवाई जा रही हैं। जिससे सड़क के दोनों ओर मिट्टी जमा हो गई है। मिट्टी जमा होने से धूल उड़ रही है। जिसका दंश जनता को झेलना पड़ रहा है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी ठेकेदार पर कार्रवाई करने के बजाए मिट्टी डालने वाले व्यक्ति को सडक पर पानी का छिड़काव करने की सलाह दे रहे है। वही ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने के बारे में पूछने पर बताया कि उन्हे पता ही नही कि सडक पर मिट्टी कौन डलवारा है।
दुकानदार बोले धूल ने चौपट कर दिया कारोबार
दुकानदारो ने बताया कि दिनभर धूल उड़ती है। सड़क टूटी पड़ी है। आमदनी कम हो गई। धूल के कारण आंखें खराब हो रही हैं। सड़क पूरी टूट गई है। गड्ढे गहरे हो गए हैं। दिनभर धूल फांक रहे हैं। वाहन अनियंत्रित हो रहे हैं। कुछ वाहन चालक गिरकर चोटिल हुए हैं।
सांसए अस्थमाए एलर्जी के अलावा आंखों की बढ़ीं बीमारियां
सडक पर उड़ रही धूल के कारण सांस अस्थमा एलर्जी के अलावा आंखों के मरीजों को परेशानी हो रही है। धूल मुंह व नाक के जरिए फेफड़ों तक पहुंचती है और सांस लेने में कठिनाई होती है। अस्थमा के रोगियों के लिए यह अधिक घातक है। चिकित्सकों के मुताबिक धूल में सिलिका लेड जैसे घातक तत्व होते हैं जो आंखों की कॉर्नियां पर जाकर चिपक जाते हैं। इससे आंखों का नुकसान होता है। एलर्जी होती है। आंखों में ड्राइनेस आती है। पानी आने लगता है। आंखें लाल पड़ जाती हैं। धूल अस्थमा रोगियों के लिए भी खतरनाक है। एलर्जी व सांस के रोग धूल से होते हैं।
उड़ती धूल से फसलों को नुकसान
जर्जर सड़क से उड़ने वाली धूल से आसपास के खेतों की फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। किसानों ने बताया कि क्षमता से अधिक बजरी से भरे ट्रकों के गुजरने कारण ही सड़क का बुरा हाल है। इससे उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बरोनी से कंवरपुरा तक सड़क पक्की से डामर पूरी तरह से गायब होने के कारण एव बड़े वाहनों के चलने से उड़ने वाली धूल से किसानों की फसलें खराब हो रही है।
किसानों का आरोप है कि क्षतिग्रस्त सड़क से प्रतिदिन बजरी से भरे सैकड़ों ट्रक आते जाते हैं। इससे दिन रात धूल उड़कर खेतों में खड़ी फसलों पर जाती है और उन्हें नुकसान पहुंचाती है। कई शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
क्षमता से 10 गुना भार वाले दौड़ रहे हैं बजरी वाहन
रोड़ की क्षमता से 10 गुना भार वाले बजरी वाहन दौड़ रहे हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बरौनी से कंवरपुरा तक की सड़क की क्षमता 9 टन है। जबकि सड़क पर क्षमता से 10 गुना भार वाले बजरी वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। इसके चलते सड़क से डामर का नामोनिशान मिट गया है। वही वाहन चालकों का कहना है कि ट्रेलर में 90 से 100 टन तक बजरी भरी जाती है वही रवन्ना 42 टन का दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वाहनों में भरी बजरी के आधे भार का ही रवन्ना दिया जाता है
पानी डालने से होे रही है फिसलन
बरोनी से कॅवरपुरा तक 15 किलोमीटर के सड़क मार्ग पर बजरी ठेकेदार द्वारा बगैर स्वीकृति एवं बिना मापदंड के मिट्टी डालकर पानी का छिड़काव किया जा रहा हैं। जिसके चलते सड़क पर फिसलन हो रही हैं। सड़क पर गड्डो में पानी भरने से हो रही फिसलन के चलते रोज कई दुपहिया वाहन चालको के गिरने से दुर्घटनाए हो रही है।
158 किमी लम्बा बनेगा स्टेट हाईवे
बरौनी, शिवाड, आदलवाड़ा, सवाईमाधोपुर, भूरी पहाड़ी, हाड़ौती, सपोटरा, कुंडगाॅव तक बनने वाले स्टेट हाईवे की कुल लम्बाई 158 किमी है। जिसमे 15.5 किमी टोक जिले में, 98 किमी सवाईमाधोपुर जिले की एवं 44.5 किमी की लम्बाई करौली जिले की हैं। 158 किलोमीटर लम्बे स्टेट हाईवे निर्माण के लिए 103 करोड़ रूपए प्रस्तावित हैं। मगर एक वर्ष गुजर जाने के बावजूद भी रोड निर्माण की टेण्डर प्रक्रिया भी पूरी नही हुई हैं।
अधिकारी ले रहे है ठेकेदार का पक्ष
सार्वजनिक निर्माण विभाग निवाई के सहायक अभियंता रविन्द्र कुमार ने बताया कि 15.5 किमी सड़क के लिए 39 करोड़ का ऐस्टीमेट बनाकर भिजवाया हुआ है।विभाग के पास अभी पैसा नही है जो ठेकेदार मिट्टी डलवा रहा है उसको ही सडक पर पानी छिड़कवाने के लिए बोल दिया है।जिससे धूल नही उड़े।