गांधीनगर. एक वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस अहमदाबाद की मेट्रो रेल सेवा का प्रारंभ किया था अब वह अहमदाबाद की लाइफ लाइन बन चुकी है। एक वर्ष में जहां सप्ताह के सामान्य दिनों में औसतन 90 हजार और अवकाश में औसतन 75 हजार यात्री सफर कर रहे हैं। यात्रियों की जरूरत को पूरा करने के लिए सुबह के घंटों में अतिरिक्त फेरे प्रारंभ किए। जहां शुरुआत में 30 मिनट के अंतराल में मेट्रो मिलती थी वहीं अब हर 12 मिनट में मेट्रो की सेवा मिल रही है। मेट्रो सेवा का समय सुबह 9 से रात्रि आठ बजे तक था, जो अब सुबह 6.20 बजे से रात्रि 10 बजे तक कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि मेट्रो ट्रेन में वस्राल गांव मेट्रो स्टेशन से थलतेज मेट्रो स्टेशन तक सफर सिर्फ 39 मिनट का होता है। जबकि एपीएमसी से मोटेरा तक का सफर सिर्फ 32 मिनट का है। इसके चलते मेट्रो एक विश्वसनीय, सुरक्षित और आरामदायक सफर का परिवहन साबित हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो रेल सेवा का 30 सितम्बर को प्रारंभ कराया था, जिसे सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। शहरी विकास विभाग की जिम्मेदारी भी संभालने वाले मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के मार्गदर्शन में इस मेट्रो रेल सेवा से आमजन को परिवहन की बेहतर सुविधा मिल रही है। अहमदाबाद मेट्रो अब अहमदाबादवासियों के लिए वरदान साबित हो रही है। दुपहिया, ऑटोरिक्शा , कार जैसे वाहनों का उपयोगकर्ताओं को अब सुरक्षित और अनुकूलता के कारण मेट्रो का विकल्प मिला है। यदि दो से तीन यात्रियों के बीच एक वाहन की गणना की जाए तो इस वर्ष अहमदाबाद की सड़कों पर वार्षिक करीब 70 लाख वाहनों की आवाजाही में कमी का अनुमान लगाया जा सकता है। इस तरीके से देखा जाए तो ट्रैफिक में राहत मिली है और शहर के वायु प्रदूषण में भी कमी आई है।
क्रिकेट मैच, त्योहार, भारी बारिश जैसे दिनों में विशेष जरूरत से निपटने के लिए मेट्रो ट्रेन सेवा उपलब्ध हो रही है। मेट्रो स्टेशनों को अहमदाबाद की स्थानीय संस्कृति, विशेषता और हेरिटेज स्मारकों की झांकी से सजाया गया है। पिछले एक वर्ष में क्रिकेट मैच के दौरान ट्रेन रैपिंग, प्रमोशनल इवेन्ट्स, फिल्म शूटिंग जैसी अन्य आवक भी इन प्रवृत्तियों से प्रारंभ हुई है। इसके चलते ट्रेन भाड़े के अलावा अन्य आवक भी मिल रही है।
उत्तर-दक्षिण कोरिडोर अब मोटेरा से गांधीनगर तक बढ़ाया गया है। अगले वर्ष तक इस सेवा का प्रारंभ करने का गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का आयोजन किया है। मोटेरा से गांधीनगर का यह कोरिडोर अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच लिंक साबित होगा। दोनों शहरों के यात्रियों को भी यातायात की समस्या से निजात मिलेगी। दोनों शहरों के बीच वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।