66 हजार करोड़ के खान घोटाले सहित जल जीवन मिशन, आईटी घोटाला और यूडीएच घोटालों का खुलासा

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किरोड़ी ने कांग्रेस सरकार पर हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार के जड़े आरोप
-‘आईटी घोटाले के मास्टरमाइंड के पास जयपुर में अकूत प्रोपर्टी, सरकार जब्त करें’

जयपुर, 17 सितंबर (विशेष संवाददाता) :भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने प्रेसवार्ता कर प्रदेश कांग्रेस सरकार पर हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान मीणा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में 66 हजार करोड़ से ज्यादा का खान घोटाला जिसमें 27 हजार करोड़ का खनिज घोटाला, 20 हजार करोड़ का बजरी घोटाला, 10,800 करोड़ का अरावली हिल्स घोटाला, 2500 करोड़ का हिंदुस्तान जिंक घोटाला, 2400 करोड़ का जिंदल कोयला घोटाला, 2000 करोड़ का जीआरसीसी घोटाला, 1000 करोड़ का सीमेंट घोटाला, 1000 करोड़ का एमनेस्टी घोटाला और 200 करोड़ का घोटाला शामिल है। इसके अलावा जल जीवन मिशन घोटाला, आईटी घोटाला, सीएम के पुत्र वैभव गहलोत का होटल इंडस्ट्री में मोरिशस के रास्ते काले धन को सफेद करना, यूडीएच घोटाले सहित कई घोटालों में प्रदेश के मंत्री, ब्यूरोक्रेट और विधायकों के शामिल होने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने कैबिनेट मंत्री महेश जोशी पर तंज कसते हुए कहा कि वो मान हानि का दावा करने के लिए मेरी तरफ से स्वतंत्र हैं।

सांसद मीणा ने कहा कि एक और खुलासा हमने डीओआईटी को लेकर किया था। जिसमें लगातार हमें बहुत सारे सबूत मिलते जा रहे है। लगभग साढ़े पांच किलो सोना, 6 करोड़ रुपए नकद और बहुत सारे अहम दस्तावेज बरामद हुए है। इसमें कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी, मंत्रियों और सीमएओ की मिलीभगत है। इस संबंध में हमारी ओर से ईडी को सभी दस्तावेज देकर इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में ईडी की जांच जब आगे बढ़ेगी तो इसमें मुख्यमंत्री और उनके नजदीकी अधिकारियों का नाम भी सामने आएगा। अभी और बहुत सारी ऐसी कंपनियां हैं जिनके फर्जीवाड़ों, अधिकारियों द्वारा भारी गड़बडिय़ों और पब्लिक के पैसे की बंदरबांट की जानकारी हमने ईडी को दे दी है।

राजकॉम के पॉश मशीन के वितरण में काफी घोटाले हुए है। जिनमें फर्जी दस्तावेजों से टेंडर लेना और फर्जी कंपनियों को भुगतान करना शामिल है। इसी सिलसिले में एक दस्तावेज हमने ईडी को दिया है, जिसमें एक अतिरिक्त निदेशक आरसी शर्मा जो अब रिटायर्ड हो चुके हैं, इस अधिकारी ने 2020 की फाइलों पर व्हाईटनर लगाकर 2022 कर दिया और लिंकवेल कंपनी को करोड़ों का भुगतान करा लिया। जबकि उक्त कंपनी को आवंटित कार्य 2020 में ही पूर्ण हो चुके थे। इस संबंध में सरकार को जानकारी देने के बावजूद उस अधिकारी के खिलाफ गहलोत सरकार ने कोई आपराधिक कार्रवाई नहीं की।

20 हजार करोड़ के घोटाले की जानकारी जल्द
सांसद मीणा ने कहा कि सिंचाई विभाग, यूडीएच और सूक्ष्म ऊर्जा में भी करीब 20 हजार करोड़ का घोटाला है जो कि मैं अगली पत्रकार वार्ता में खुलासा करूंगा। खुद को गांधीवादी मुख्यमंत्री कहने वाले अशोक गहलोत से मैं मांग करता हूं कि जल जीवन मिशन में उजागर किए गए घोटाले, खान घोटाले और वैैभव गहलोत के होटल इंडस्ट्री के घोटालों में अर्जित काले धन के संबंध में अपने पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कराएं तो हम मानेंगे कि सीएम जीरो टोलरेंस पर काम कर रहे हैं। कार्रवाई नहीं हुई तो राज्यभर में आंदोलन करेंगे।

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