महिला ने गोल्ड लोन पर लिए लिए थे सात लाख
अजमेर, 1 अप्रैल (ब्यूरो): बैंक में नकली जेवरात गिरवी रख कर लोन लेने और बैंक की तरफ से मुकदमा दर्ज कराने के मामले में नया मोड़ आ गया है। रामगंज स्थित आईआईएफएल की ब्रांच में गिरवी रखे सोने के असली जेवरात को नकली में बदलने का महिला ग्राहक के लगाए आरोप पर रामगंज थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इससे पहले बैंक प्रबंधन ने महिला के खिलाफ नकली जेवरात गिरवी रख कर बैंक को चूना लगाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बैंक द्वारा दर्ज कराई रिपोर्ट के आधार पर आरोपी महिला व उसकी बेटी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
इंदिरा कॉलोनी, मीर शाह अली, जयपुर रोड, अजमेर निवासी सुनीता जैसवार पत्नी स्वर्गीय कन्हैया लाल ने रिपोर्ट देकर बताया कि जनवरी 2023 में पैसों की जरूरत पडऩे पर उसने आईआईएफएल शाखा रामगंज अजमेर में गोल्ड लोन के लिए संपर्क किया। पुश्तैनी सोने के जेवरात पर लोन देने का आग्रह किया। जिस पर आईआईएफएल के प्रबंधक एवं कर्मचारियों ने सोने के जेवरात की शुद्धता की भली भांति जांच की। शुद्धता से संतुष्ट होने के उपरांत ही कुल कीमत का 90 प्रतिशत लोन दिए जाने की बात तय हुई। पूर्ण रूप से संतुष्ट होने के उपरांत अलग अलग समय पर कुल सात लाख रुपए का लोन दिया गया। कुछ समय पूर्व आईआईएफएल के प्रबंधक एवं कर्मचारी फोन कर अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनके गिरवी रखे सोने के जेवरातों में शुद्धता नहीं है एवं सोना नकली है। इस पर विरोध किया और कहा कि सोने के जेवरातों की भली भांति जांच कर ही उस पर सात लाख रुपए का लोन दिया गया।
इस पर आईआईएफएल के प्रबंधक एवं कर्मचारियों ने बताया कि सोने के जेवरातों की नकली जेवरात उनके द्वारा बनवाकर बदल दिया गया है अगर भलाई चाहती है तो चुपचाप ऋण की रकम मय ब्याज जमा करवा कर हमारे द्वारा तैयार किए नकली जेवरातों को ले जाए। नही तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।इतना ही नहीं यदि सच किसी को बताया या कोई कानूनी कार्यवाही की तो जान से भी मरवा देंगे।
क्रास केस दर्ज
आईआईएफएल के प्रबंधक एवं कर्मचारियों ने धोखा करते हुए उनके असली सोने के जेवरात को बेईमानी से परिवर्तित कर बेचान कर दिया और मांगने पर भी लौटाने से इंकार कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई मनीराम को सौंपी है।