पुलिस ने एक लाख किलोमीटर तक पीछा किया, तीन सहयोगी भी पकड़े
जोधपुर। हत्या करने पर आजीवन कारावास की सजा काटने के दौरान पैरोल पर फरार होने के बाद दो हत्याओं में वांछित मोस्ट वांटेड व एक लाख रुपए के इनामी बदमाश अजयपालसिंह उर्फ एपी को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया। उसे गुजरात के सूरत से हिरासत में लिया गया। आरोपी को पुलिस टीम मंगलवार सुबह जोधपुर लेकर पहुंची। बदमाश अजयपाल ने करीब डेढ़ साल पहले दिनदहाड़े पुलिस कस्टडी में एक कैदी की हत्या की थी और वह पैरोल पर बाहर आने के बाद पांच साल से फरार चल रहा था।
पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने बताया कि करवड़ थानान्तर्गत केलावा कला निवासी अजयपालसिंह उर्फ एपी को गुजरात से पकड़ा गया है। इतने सालों से फरार चल रहा आरोपी अपनी पत्नी की वजह से पकड़ में आया। वह सूरत से भरूच भागने की फिराक में था, लेकिन इससे पहले ही टीम ने बीच हाईवे पर बस को रुकवा आरोपी को गिरफ्तार किया। पकड़े जाने पर आरोपी ने बताया कि उसने जैसलमेर जेल में बंद एक आरोपी की भी सुपारी ले रखी थी लेकिन इससे पहले ही वह पकड़ा गया। पुलिस मुख्यालय ने उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। अजयपालसिंह उर्फ एपी ने महामंदिर क्षेत्र में हत्या की थी। कोर्ट ने उसे दोषी मानकर आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। तब उसे जोधपुर सेन्ट्रल जेल भिजवा दिया गया था। उसे सहयोग व शरण देने पर पुष्पेन्द्र सिंह गुढ़ा, अवतार सिंह व विरेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है।
अलग से डेडिकेटेड टीम बनाई
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि आरोपी बड़ा शातिर था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही उसे भनक लग जाती थी। इससे पहले भी सूरत में उसके फ्लैट में दबिश दी थी लेकिन वह फरार हो गया था। ऐसे में आरोपी और उसके सहयोगियों को पकडऩे के लिए अलग से डेडिकेटेड टीम बनाई गई। ये टीम 6 महीने से अजयपाल और उसका सहयोग करने वाले बदमाशों को ट्रेस कर रही थी। इन 6 महीने में अजयपाल ने महाराष्ट्र, गुजरात, एमपी, गोवा और राजस्थान समेत अन्य शहरों में फरारी काटी। इस दौरान जिन-जिन लोगों ने उसका सहयोग किया ऐसे 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि इस डेडिकेटेड टीम ने 6 महीने में 1 लाख किलोमीटर तक इस आरोपी का पीछा किया। उन्होंने बताया कि जब इसके सहयोगियों को गिरफ्तार करना शुरू किया तो इसके दूसरे साथियों ने हेल्प करने से मना कर दिया और आरोपी दर-दर भटकने लगा। इसी का फायदा पुलिस टीम को मिला।
एक और कैदी की ली सुपारी
डीसीपी ने बताया कि आरोपी के बारे में सबसे बड़ा क्लू उसकी पत्नी से मिला। पुलिस जब आरोपी की तलाशी कर रही थी तो पता चला कि अजयपाल की पत्नी गांव में नहीं है। जांच में सामने आया कि वह गुजरात की तरफ गई है। यहीं से पुलिस को शक हुआ कि अजयपाल गुजरात में छिपा है। जब आरोपी पकड़ में आया तो सामने आया कि कुछ दिनों पहले ही उसकी पत्नी उससे मिलने गई थी। वहीं आरोपी अजयपाल ने बताया कि उसने जैसलमेर जेल में बंद एक कैदी पृथ्वीपाल सिंह के नाम भी सुपारी ले रखी थी। इसके लिए उसे हर महीने 50 हजार रुपए मिलते थे।
दो हत्याओं में शामिल
पुलिस उपायुक्त पूर्व डॉ अमृता दुहन ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दिसम्बर 2019 में अजयपालसिंह को पैरोल पर छोड़ा गया था, लेकिन वो फरार हो गया था। उसके खिलाफ जनवरी 2019 में रातानाडा थाने में फरारी का मामला दर्ज कराया गया था। इसके बाद वह जालोर जिले के आहोर में कार टैक्सी चालक का अपहरण कर हत्या करने में शामिल रहा। वहीं 18 दिसम्बर 2021 को रातानाडा भाटी चौराहे पर पुलिस हिरासत में बंदी सुरेशसिंह की हत्या करने में वह बतौर शूटर आरोपी है। हिस्ट्रीशीटर अजय पाल करवड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है। इस पर कई मुकदमें चल रहे हैं। जालोर के हिस्ट्रीशीटर रघु रोकड़ा का खास था। लेकिन किसी मामले में दोनों की अनबन हो गई। उसके बाद अजय पाल पाली में जब्बर सिंह से जाकर मिला और उसकी गैंग में शामिल हो गया। जब्बर सिंह के पुत्र प्रवीण व भरत के साथ रहने लगा। डेढ़ साल पहले जोधपुर के भाटी चौराहे पर पाली से पेशी करवा कर ला रहे बंदी सुरेश सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने पाली के गुडा एंदला थाना क्षेत्र के मणिहारी निवासी हिस्ट्रीशीटर जब्बर सिह को गिरफ्तार किया गया था।
2023-05-23