मृतकों के नाम पर बन रहे पॉवर ऑफ अटार्नी , पोल खुलने पर पंजीयन किया जा रहा निरस्त
प्रतापगढ़ (रियाज अहमद) जिले में सरकारी अधिकारियों की अनदेखी और लारवाही के चलते जमीनों की हेरा फेरी का खेल कई लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुका है। भूमि पंजीयन के मामले में पटवारी गिरदावर और तहसीलदार कि लारवाही कहे या अनदेखी के चलते फर्जी दस्तावेंजो को आधार मानते हुए जमीनों का पंजीयन किया जा रहा है। दस्तावेजों में कही मृत व्यक्ति को जीवित बताया जा रहा है तो कही नाबालिग को बालिग। ऐसा ही गौरखधंधा प्रतापगढ़ के पंजीयन कार्यालय में किया जा रहा है। वही इस गौरखधंधे की चपेट में आने से पिछले कुछ वर्षो के आंकड़ों पर दृष्टि डाली जाए तो इसमें अब तक आधा दर्जन से अधिक पीड़ित लोग खुदकुशी कर मौत को गले लगाया लिया है। सोमवार को धरियावद रोड पर मिनी सचिवालय के पीछे हाट सालमगढ़ में फर्जी तरीके से जमीन हथियाने की शिकायत करते हुए पीड़िता नारायणी पत्नि हरजी मीणा ने बताया कि शहर के चार नामचीन प्रभावशाली लोगो अधिवक्ता पीयूष मोहन सोमानी, प्रॉपर्टी डीलर अश्विन छोरिया, भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता प्रेममोहन सोमानी एवं भाजपा प्रदेश मंत्री पिंकेश पोरवाल के विरूद्ध यह शिकायते की है। इनमें एक आरोपी भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता प्रेममोहन सोमानी मुस्तफा सुसाईड केस में गिरफतार होकर न्यायिक अभिरक्षा मंे है।
वही आरोपित व्यक्तियों ने इस पुरे मामले को झूठा एवं बेबुनियाद बताया है। भाजपा प्रदेश मंत्री पिंकेश पोरवाल ने कहा है कि यह मामला राजनीति से दूर्भावना से प्रेरित होकर द्वेषतापूर्ण बताया है। पोरवाल ने बताया कि नियत खराब होने कारण यह शिकायत कि बात कि है। हाट सालमगढ़ क्षेत्र की नारायण पत्नी हरजी मीणा ने कहा कि उसके ससुर के नाम वर्ष 1968 मंे सरकार की ओर से आवंटित करीब 10 बीघ जमीन का मामला रेवेन्यु कोर्ट अजमेर में विचाराधीन है। उक्त प्रकरण में जिला मजिस्टेªट की कोर्ट ने नामातंरण दर्ज करने के आदेश सुनाए गए थे। आदेश के तहत नामांतरण प्रक्रिया में धोखे में रखकर अपने किसी व्यक्ति के नाम से झूठी पॉवर ऑफ अटार्नी बनाकर जमीन हड़प ली। महिला ने उन्हें धमकिया मिलने व सुरक्षा देने की बात कही। वही प्रदेश मंत्री पिंकेश पोरवाल ने सभी आरोपों को झूठा मिथ्या और निराधार बताते हुए कहा कि उक्त भूमि एवं शिकायतकर्ताओं से मेरा केाई लेनादेना नहीं है। शिकायतकर्ता से में जीवन में कभी मिला भी नहीं हुं। राजनेतिक द्वेषता के चलते ऐसा करवाया गया है। वही अन्य लोगों ने भी इसे झुठा एवं बेबुनियाद बताया है।
गौरतलब है कि भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता 2006 में नगर वरिष्ठ अधिवक्ता गिरीराज जोशी हत्याकांड मामले में आरोपी होकर कुछ समय पूर्व वह राजस्थान उच्च न्यायालय से जमानत पर बाहर आया और गत दिनों शहर के एक नामचीन समाजसेवी मुस्तफा होटल वाला सुसाईड केस में गिरफतार होकर न्यायिक अभिरक्षा में है।
2023-09-17