आरके पुरम थाने में प्रकाश धीरिया व गोविंद जायसवाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज, जांच शुरू

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– जिसने बेचा उसी ने कर लिया कब्जा, अब बना लिए फर्जी कागजात

कोटा 18 सितम्बर ( योगेश जोशी)पुलिस थाना आरकेपुरम कोटा में परिवाद अंतर्गत धारा 154 (3) सीआरपीसी के तहत फरयादी कमलेश गोयल (55) पत्री श्रीकान्त गुप्ता निवासी 111, शास्त्री नगर दादावाडी ने दिए गए परिवाद के बाद दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिस पर जांच शुरू कर दी है। कमलेश गोयल ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि प्रकाश धीरिया (58) पुत्र टीआर धीरिया निवासी महावीर नगर विस्तार योजना कोटा एवं गोविन्द जायसवाल पुत्र राधाकिशन जायसवाल निवासी गली नं 3 बंजारा बस्ती सेक्टर 4 केशवपुरा कोटा द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसके प्लाट पर कब्जा कर लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में धारा 420,406,467,468 471,384, 120 बी आईपीसी में प्रकरण दर्ज किया है। परिवादिया ने बताया कि वह एक सरकारी अध्यापिका के पद पर कार्यरत है तथा मुल्जिम प्रकाश धीरिया से हरिनगर प्रथम योजना में प्लाट नंबर 91, खसरा नंबर 189, खाता में 166, रकबा 1.43 है. बारानी बाके ग्राम रोझडी उपतहसील मण्डाना तहसील लाडपुरा जिला कोटा में मुल्जिम से क्रय किया था जिसकी रजिस्ट्री मुल्जिम द्वारा परिवादिया के पक्ष में उक्त प्लाट की रजिस्ट्री उपपंजीयक कोटा के यहां पुस्तक में 1, जिल्द में 260, क्रम में 247, पृष्ट से 24 पर 31 मई 2004 को पंजीबद्र हो रहा है। तब से ही भूखण्ड मं 91 पर परिवादिया का मालिकाना हक व अधिकार चला आ रहा है।

– फर्जी कागजात बनाकर कर लिया कब्जा

परिवादिया कमलेश गोयल अपने भूखण्ड को देखने के लिए समय-समय पर जाती थी। परन्तु जब एक माह पूर्व अपने भूखण्ड पर गई तो उस भूखण्ड पर आंजनेय प्रोपर्टी एण्ड बिल्डर्स के नाम से मुल्जिम गोविन्द जायसवाल द्वारा एक ईटों की दुकान बनाकर परिवादिया के भूखण्ड पर कब्जा कर रखा है। जब परिवादिया नक्शे के अनुसार मिलान कर भूखण्ड पर पहुंची तो मुलजिम गोविंद ने मुलजिम प्रकाश की मिलीभगत से परिवादिया के भूखण्ड पर कब्जा कर रखा है। गोविंद ने कहा कि यह भूखण्ड तो मैने खरीद लिया है और यह भूखण्ड मेरा है। इस तरह दोनो मुल्जिमान ने षडयंत्र रचते हुए फर्जी कागजात बनाकर के परिवादिया के भूखण्ड को हड़पने की नियत से फर्जी दस्तावेज के आधार पर परिवादिया के भूखण्ड को हडपना चाहते है। परिवादिया को दिया था नक्शे के अनुसार परिवादिया का भूखण्ड सं 91 था और उसी भूखण्ड की रजिस्ट्री मुल्जिम प्रकाश ने परिवादिया के पक्ष में करवाई थी। इसलिए परिवादिया उक्त भूखण्ड की एक मात्र मालिक व स्वामी है। जबकि मुल्जिमान दादागिरी के दम पर परिवादिया के उक्त भूखण्ड को फर्जी दस्तावेजात के आधार पर हडप करने पर उतारू है। इसलिए मुल्जिमान के विरुद्ध कडी कार्रवाई की जाए।

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