भानपुर कलां, 2 जून
बिसोरी गांव में गुरुवार रात्रि को पशुपालक रामजीलाल गुर्जर के पशु बाड़े से बकरी व एक पालतू श्वान का बच्चा गायब होने से जंगली जानवर द्वारा शिकार की आशंका जताई जा रही है। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे वन रक्षक को घटना स्थल व आसपास मिले पगमार्क से जरख होने की पुष्टि की है। पीड़ित रामजीलाल गुर्जर ने बताया कि गुरुवार शाम को सभी पशुओं को बाड़े में बांध दिया गया था। शुक्रवार सुबह जब बाड़े से पशुओं को बाहर निकाला गया। उसमें से एक बकरी करीब डेढ़ साल की गायब मिली। इधर उधर ढूंढा भी पर कहीं कोई पता नहीं चला। बाड़े व आसपास में जंगली जानवर के पगमार्ग दिखाई देने पर आसपास के लोगों को घटना की सूचना दी गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पंचायत समिति सदस्य विक्रमदेव गुर्जर ने वन विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे वन रक्षक महेश कुमार बुनकर ने घटना स्थल पर मिले पगमार्क के आधार पर जरख होने की पुष्टि की है। इधर घटना के बाद क्षेत्र में बढ़ते बघेरों के आतंक से लोगों में दहशत का माहौल है।
यहां यहां हो चुकी है घटना
नांगल तुलसीदास में 19 मई 2023 रात्रि को चिरंजीवी महाराज के बाड़े में एक बछड़े का बघेरा द्वरा शिकार, 14 मई 2023 को बिसोरी गांव में खेत में ज्वार काटने गई महिला पर अचानक बघेरे ने हमला कर घायल कर चुका, इससे इससे पहले भी बासना गांव में 10 फरवरी 2023 को बघेरे के हमले से जख्मी 18 माह के मासूम की मौत हो गई थी। 17 फरवरी 2023 को टोडा मीना में जोगियों की ढाणी में एक बकरे का शिकार, 20 जून 2022 को बासना में शंकरलाल गुर्जर के दो बकरी, 24 जून 2022 को छोटा देवी गुर्जर के दो बकरियां व 25 जून 2022 को गोवर्धन लाल खाती के एक पालतू श्वान का शिकार व 11 अक्टूबर 2022 को हरफूल गुर्जर के एक भैंस को जख्मी कर चुका है। क्षेत्र में दिसम्बर-जनवरी माह में भी टाइगर एसटी-24 का निम्बी से बिलोद की पहाड़ियों में मूमेंट रहा।
जिम्मेदारों का कहना
वनकर्मी को मौके पर भेजा गया था। घटना स्थल पर व आसपास जो पगमार्क मिले है उससे जरख की पुष्टि होती है। लेकिन आसपास कही पर भी बकरी शिकार के अवशेष नहीं मिले। गांव वन क्षेत्र से सटा नहीं के कारण यहां पर जंगली जानवरों आ सकते है। फिर भी वनकर्मी गश्त कर रहे हैं।- सीताराम मीना, रेंजर, वन्यजीव जमवारामगढ़