भीलवाड़ा । महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में गुरुवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एएनएम के सरकारी आवास में इलेक्ट्रिक स्कूटी भभक गई। यह हादसा स्कूटी को चार्ज लगाने के मात्र दो ही मिनिट में हो गया और देखते ही देखते आग किचन, डायनिंग हॉल व दो कमरों में फैल गई। इस दौरान एएनएम की बेटी कमरे में सो रही थी, जिसे एएनएम ने पीछे के गेट से बाहर निकाला। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन 12 लाख रुपये की नकदी सहित 40 लाख रुपये का घर में रखा सभी सामान जलकर राख हो गया। आग पर दमकल की मदद से आधे घंटे बाद काबू पाया जा सका।
काशीपुरी डिस्पेंसरी में एएनएम के पद पर कार्यरत उर्मिला व्यास ने बताया कि उनका सरकारी आवास महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में स्थित है।
व्यास ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 6.50 बजे उन्होंने क्वार्टर परिसर में खड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटी को चार्ज पर लगाया। मात्र दो ही मिनिट में स्कूटी भभक उठी। यह देखकर उन्होंने कमरे में सो रही अपनी बेटी अंजलि व्यास को मकान के पीछे के दरवाजे से बाहर निकाला और वे भी बाहर आ गई। उधर स्कूटी से उठी आग की तेज लपटों ने देखते ही देखते कीचन, डायनिंग हॉल व दो कमरों को अपने आगोश में ले लिया।
इस बीच, आस-पास के लोग भी आ गये। दमकल व पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस व दमकल मौके पर पहुंची। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। व्यास ने बताया कि इस अग्निकांड से मकान में रखे टीवी, फ्रीज, पंखे, पलंग, डेढ़ लाख रुपये कीमत का कैमरा, 2 कंप्यूटर, आलमारियां, सोफा, पलंग, फर्नीचर, कपड़े, बिस्तर, 12 लाख रुपये की नकदी सहित करीब 40 लाख रुपये का सामान जलकर राख हो गया। व्यास का कहना है कि उनके आवास में रखा कोई भी सामान नहीं बचा।
लोन चुकाने, रिश्तेदारों से उधार लाई थी 12 लाख रुपये
एनएनएम व्यास ने बताया कि उन्होंने लोन ले रखा था। इस लोन को क्लियर करने के लिए रिश्तेदारों से 12 लाख रुपये उधार लिये थे। यह राशि घर में रखी थी, जो आग की भेंट चढ़ गई।