-इस बार जयपुर नहीं दिल्ली से लगेगी टिकट पर मुहर, पदाधिकारी भी कह रहे चक्कर लगाने के बजाए अपने क्षेत्र में रहे सक्रिय
-बूथ, पन्ना एवं पेज कमेटी और पार्टी के आतंरिक सर्वे की क्रास चेकिंग के बाद मिलेगी टिकट
-टिकट हथियाने के लिए प्रत्याशी प्रदेश कार्यालय एवं पदाधिकारियों के आगे-पीछे मंडरा रहे
जयपुर, 1 सितंबर (योगेंद्र भदौरिया) : बीजेपी मरुधरा का रण जीतने के लिए पहले चुनावों के बिल्कुल विपरीत नई स्ट्रर्जी के साथ चुनावी मैदान में है। नई रणनीति के तहत वह चुनाव में फतेह हासिल करने को लेकर भी पूरी तरह आशांवित हैं। प्रेशर पॉलिटिक्स करने वाले नेताओं ने भी अब घुटने टेक दिए हैं और अब पूरी तरह साफ हो गया है कि मरुधरा का चुनाव सिर्फ और सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी के फेस एवं उनके वर्क पर ही लड़ा जाएगा। इसी के चलते रथ यात्रा निकालने में सबसे माहिर समझी जाने वाली बीजेपी ने इस बार एक नहीं बल्कि प्रदेश में चार यात्रा निकालने का नया प्लान बनाकर उसे अमलीजामा पहनानाया है। इसी प्रकार इस बार टिकट को लेकर भी बीजेपी नई स्ट्रर्जी के तहत काम कर रही है।
इस बार जयपुर नहीं दिल्ली से टिकटों पर मुहर लगेगी। इसके लिए बूथ, पन्ना एवं पेज कमेटी और पार्टी के आंतरिक सर्वे रिपोर्ट को क्रास टेली किया जाएगा। इसमें जो दावेदार सामने आएगा उसे ही टिकट दिया जाएगा। इसी के चलते चुनाव लडऩे के इच्छुक नेताओं को कहा जा रहा है कि वह प्रदेश कार्यालय व पदाधिकारियों की परिक्रमा करने के बजाए अपने क्षेत्र में पराक्रम दिखाएं उसी से उनका टिकट फाइनल होगा।
भले ही इस समय कांग्रेस चुनाव को लेकर तमाम कमेटियां गठित करने के साथ ही टिकट देने की स्थ्तिि में आगे चल रही है लेकिन बीजेपी हमेशा चुनाव में नई स्ट्रर्जी से उतरती है और मात भी देती है। इसी के चलते भले ही राजनैतिक दल बीजेपी को इस समय निष्क्रय बता रहे हों लेकिन धरातल पर बीजेपी ही वर्क आउट करती नजर आ रही है। रही बात योजनाएं, सौगातों की तो वह हवा में ही हैं और धरातल पर इस समय बीजेपी डोर टू डोर, वन टू वन लोगों से संवाद करने की मुहिम में जुटी हुई है। जातिगत समीकरण भी बीजेपी बेहतर तरीके से साधने के साथ ही वह बूथ, पन्ना व पेज कमेटियों के माध्यम से वोटरों से सीधा संपर्क करने के महाअभियान में जुटी हुई है।
दूसरी ओर देखें तो बीजेपी के अंदर टिकट लेने के लिए आपाधापी का माहौल बना हुआ है। पार्टी की स्ट्रेर्जी के अनुसार वह जीत रही है और इसी के चलते चुनाव लडऩे के इच्छुक नेता धरातल या अपने क्षेत्र में काम करने के बजाए प्रदेश कार्यालय व पदाधिकारियों की परिक्रमा करने में लगे हैं। सभी की चाहत है कि यदि टिकट मिला तो फिर उनकी जीत निश्चित है। जबकि पार्टी इसके विपरीत काम कर रही है। यानि जो धरातल व अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेगा, बूथ, पन्ना, पेज कमेटियों के अलावा क्षेत्र के लोगों की जो पसंद होगा उसे ही टिकट दिया जाएगा।
सार्वजनिक मंच से अपील कि क्षेत्र में हो जाओ सक्रिय
प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सार्वजनिक प्रोग्राम में कह रहे हैं कि रोज दर्जनों लोग अपने बायोडॉटा लेकर उनके पास टिकट की सिफारिश लेकर आ रहे हैं। जबकि मैं कह रहा हूं, मेरे, ऑफिस या दूसरे पदाधिकारियों के चक्कर लगाने के बजाए अपने क्षेत्र में एक्टिव हों। टिकट तभी मिलेगा जब आपके क्षेत्र से आपके लिए आवाज आएगी। वैसे भी टिकट इस बार जयपुर नहीं बल्कि दिल्ली से तय होगी। इसके चलते परिक्रमा करना छोड़ दो और अपने-अपने क्षेत्र में एक्टिव हो जाओ। वहां से यदि आवाज आई तो दिल्ली से टिकट भी हो जाएगा।
पार्टी की नींव मजबूत कर रहे चंद्रशेखर
संगठन महामंत्री चंद्रशेखर इस समय पार्टी की नींव मजबूत करने के लिए बूथ, पन्ना, पेज कमेटी का जाल प्रदेश में बिछा चुके हैं। वहीं एससी एवं एसटी प्रभावी वाली 89 सीटों पर उनका महाअभियान अलग से चल रहा है। इस बार प्रत्याशियों के कहने पर नहीं बल्कि ग्राउंड स्तर से आने वाली रिपोर्ट एवं पार्टी के आंतरिक सर्वे में जिसका नाम आगे होगा उसके नाम पर ही दिल्ली से मुहर लगेगी। प्रदेश बीजेपी के चांणक्य के रूप में सामने आए महामंत्री चंद्रशेखर के कार्यों की प्रशंसा पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष भी कर चुके हैं। पीएम को 2014 में काशी से मिली अपरा सफलता का काफी श्रेय चंद्रशेखर को ही जाता है। इस बार वह अपनी नीति से मरुधरा में ऐतिहासिक जीत का जाल बुन रहे हैं।
घर बैठे आएगा टिकट
प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी व कार्यकर्ता सही दिशा में जा रहे हैं, धरातल पर हम मजबूत हैं और अब हमारी नींव कोई नहीं डिगा सकता। रही बात टिकट की तो प्रदेश की सभी 200 सीटों की सर्वे रिपोर्ट सहित अन्य जानकारी शीर्ष नेतृत्व के पास पहुंच चुकी हैं। इसके चलते चुनाव लडऩे के इच्छुक नेताओं को अपने-अपने क्षेत्र में अधिक सक्रियता दिखानी होगी। टिकट के लिए किसी के पीछे चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। यदि आप अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं और बूथ, पन्ना, पेज कमेटी के साथ पार्टी सर्वे से वह मैच खाती है, तो यकीन मानिए आपकी टिकट आपके घर पहुंचेंगी। जोशी ने कहा टिकट मेरे पास नहीं है बल्कि स्थानीय लोगों के पास है और उस पर दिल्ली से मुहर लगेगी।