प्रवर्तन निदेशालय की राजस्थान में घोटाले की पड़ताल जारी

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-जल जीवन मिशन योजना में हुए करोड़ों के भ्रष्टïाचार का मामला
जयपुर, 4 सितंबर (ब्यूरो): जल जीवन मिशन योजना में हुए करोड़ों रुपए के भ्रष्टïाचार की जांच में जुटी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) टीम की रफ्तार अब गति पकडऩे लगी है। तीन दिन से गुजरात सहित अन्य राज्यों से पहुंची करीब एक दर्जन टीमें अब तक बड़े घोटाले के अहम साक्ष्य और संदिग्धों के ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी-सोना बरामद कर चुकी है। सोमवार को ईडी ने आधिकारिक तौर पर जानकारी देते हुए कार्रवाई की जानकारी साझा की।
गौरतलब है कि जल जीवन मिशन योजना में फर्जी टेंडर प्रक्रिया से लेकर पुरानी पाईप लाइन नई बताकर कागजों में डालकर करोड़ों का भ्रष्टïचार होने के इनपुट ईडी के पास थे। दिल्ली और गुजरात अन्य राज्यों की टीमों ने स्थानीय टीम के साथ मिलकर एक शुक्रवार को जयपुर सहित अन्य जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाया था। टीमों ने अलवर, नीमराना, बहरोड़ और शाहपुरा में इस खेल में लिप्त अधिकारी-कर्मचारी-ठेकेदार और दलालों के यहां दबिश दी और जल जीवन के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम-2002 (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया।
ये आए ईडी के राडार पर
बताते चलें कि ईडी ने एसीबी की ओर से दर्ज एफआईआर के आधार पर ही इस बड़े घोटाले की जांच को हाथ में लिया। टीमों ने एक साथ सर्च कार्रवाई शुरू की तो पदमचंद जैन (मालिक-मैसर्स श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी), महेश मित्तल (प्रोपराइटर मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी) सहित अन्य को जांच के दायरे में रखा।
अब हो रहे खुलासे
जानकारी के अनुसार ईडी की जांच में जल जीवन मिशन योजना घोटाले में अवैध सुरक्षा प्राप्त करने, निविदाएं प्राप्त करने के लिए लोक सेवकों को रिश्वत देना, बिलों को मंजूरी दिलाना और उनके द्वारा निष्पादित कार्य के संबंध में अनियमितताओं को छिपाने के साथ ही लोक स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी से प्राप्त विभिन्न निविदाओं के संबंध में विभाग (पीएचईडी), संदिग्ध चोरी के सामान की खरीद में भी शामिल रहे हरियाणा से अपने टेंडरों/अनुबंधों में इसका उपयोग करने पीएचईडी अनुबंध प्राप्त करने के लिए इरकॉन से कार्य समापन पत्र सहित अन्य साक्ष्य बरामद किए हैं।
ये हो चुका बरामद
गौरतलब है कि ईडी ने करीब 17 ठिकानों पर दबिश देकर सर्च ऑपरेशन चलाया था, जिसमेें करीब डेढ़ करोड़ रुपए और एक किलो सोने की ईंट बरामद की थी। जानकारी के अनुसार अमिताभ कौशिक और जेडीए के तहसीलदार सुरेश शर्मा 1 करोड़ 50 लाख रुपए सहित करीब ढाई करोड़ रुपए, प्रोपर्टी डीलर और आईएएस व नेताओं के लाइजनर जमीनी कारोबारी कल्याण कविया के यहां से सम्पत्ति में भारी निवेश के दस्तावेज बरामद किए। टीम ने डिजिटल साक्ष्य सहित अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज डिस्क, मोबाइल और बड़े पैमाने पर किए गए लेन-देन का चि_ïा बरामद किया था।

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