प्रदेश में आर्थिक इमरजेंसी व दिवालियापन के हालात : पूनिया

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जयपुर, 12 अक्टूबर (विसं) : आज राजस्थान 6 लाख करोड़ से अधिक के कर्ज में है, यहां आर्थिक इमरजेंसी और आर्थिक दिवालियापन के हालात कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने बना दिए हैं। राजस्थान का यह चुनाव मोदी सरकार के नाम और काम के प्रति मतदाताओं के विश्वास का चुनाव है। यह बात उपनेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने श्रीगंगानगर जिले के प्रवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कही।

डॉ. पूनिया ने कहा कि भाजपा ने बड़ा महत्वाकांक्षी अभियान शुरू किया है। इस बार पार्टी का जो संकल्प पत्र होगा वह समग्रता लिए हुए और सर्वस्पर्शी होगा। वह जनता का संकल्प पत्र होगा, जनता द्वारा और जनता के लिए होगा, बहुत ही ग्रासरूट पर धरातल पर जनता के सुझाव लिए जा रहे हैं। जिसमें किसान, युवा, मातृशक्ति सहित समाज के हर तबके के लोग, उनकी जो आकांक्षा है कि सरकार उनके एजेंडे पर काम करे, उन्हें पूरा करेंगे। पार्टी के जो प्रमुख लोग हैं वह चुनाव के दौरान सभी जिलों में जिला स्तर से लेकर विधानसभा स्तर तक चुनाव प्रबंधन का कार्य देखेंगे, एक समर्पित टीम जो पूरे जिले में चुनाव का संचालन करेगी। बीजेपी ने राजस्थान में इन 5 वर्षों के दौरान सदन से लेकर सडक़ तक बहुत सारे ऐसे मुद्दे और मसले हैं, जिनके आधार पर किसान, नौजवान, कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा इत्यादि को पुरजोर तरीके से उठाया है। पूनिया ने कहा कि प्रदेश में 19422 किसानों की जमीनें नीलाम हो गई। डॉ. पूनिया बोले-कुल मिलाकर राजस्थान का किसान कांग्रेस सरकार के खिलाफ उद्वेलित है। सीएम अशोक गहलोत की गृहमंत्री के नाते विफलता साफ तौर पर दिखती है, इसलिए कानून व्यवस्था यह सत्ता बदलाव का जनता के आक्रोश का बड़ा कारण है। कांग्रेस की सरकार भ्रष्टाचार के बारूद के ढेर पर बैठी है, जिस भी दिन सरकार बदलेगी, निष्पक्ष जांच होगी तो न जाने कितने लोगों के लिए जेल के दरवाजे खुल जाएंगे।

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