‘डोटासरा अंहकारी रावण, छिपने के लिए बिल भी नहीं होगा नसीब’

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-नेता प्रतिपक्ष ने कहा वीरों की भूमि लक्ष्म्णगढ़ पेपर चोरों की राजधानी के नाम से हो रही बदनाम
जयपुर, 16 सितंबर (विशेष संवाददाता) : जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनैतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर तीखे हमले करने लगे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच जंगरूपी बयानबाजी का दौर लगातार जारी है। डोटासरा की विधानसभा लक्ष्मणगढ़ में जब बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा पहुंची तो नेता प्रतिपक्ष ने जमकर डोटासरा पर हमले किए। उन्होंने डोटासरा को अहंकारी रावण की संज्ञा देते हुए कहा कि आपको छिपने के लिए बिल भी नसीब नहीं होगा। यात्रा में उमड़ रहा जनसैलाब की वीडियो देख लेना कि इस बार आपकी विदाई तय है। लक्ष्मणगढ़ वीरों की नगरी के नाम से फेमस है, लेकिन इन्होंने पेपर चोरों की राजधानी बना दिया।
राठौड़ ने कहा कि आज लक्ष्मणगढ़ की धरती को जब लोग नाथी के बाड़े की धरती कहते हैं। जब लोग यह कहते हैं कि पूरे हिंदुस्तान में पेपर चोरों की राजधानी कहीं है, तो लक्ष्मणगढ़ में है। इससे बड़ा अफसोस होता है। राठौड़ ने कहा कि जिस दंभी नेता ने कहा कि आरएसएस को बिल में घुसा देंगे, उस दंभी नेता को अब घुसने के लिए जगह नहीं मिलेगी। अहंकार तो रावण का भी नहीं चला था। इस धरती से लाल डायरी की सरकार विदा होना तय है। इस अवसर पर राठौड़ ने कहा कि एक ही पार्टी से चुनाव लडऩे के बाद भी सीएम गहलोत अपने ही साथी सचिन पायलट को नाकारा, निकम्मा, गद्दार कहते हैं। इस सरकार ने हनुमानजी से पंगा लिया है। हनुमानजी से पंगा रावण ने लिया था। मंदोदरी ने बहुत कहा था, हनुमानजी अशोक वाटिका में आ गए हैं, छेड़छाड़ मत करो, यह देवत्व को प्राप्त किए हुए हैं, लेकिन रावण नहीं माना। हनुमानजी की पूंछ पर आग लगाई तो उन्होंने लंका को जला डाला। इस सरकार का जलना तो तय है।
उस चक्की की तलाश जिसका आटा खाकर एक ही परिवार के चार आरएएस बनते
राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों ने मुझ से कहा कि हम उस आटा चक्की की तलाश कर रहे हैं जिसका पीसा आटा खाने से एक साथ एक परिवार में चार-चार आरएएस पैदा हो जाते हैं। जब रीट का पेपर लीक हो रहा था तो डोटासरा कह रहे थे, यह रीटोत्सव है। हम लोग समझ नहीं पा रहे थे। बाद में पता लगा उत्सव उनके लिए था। उनको मालूम था पेपर लीक का उद्योग चल निकला है।
दिन में तारे नजर आते हैं, लेकिन बिजली नहीं
राठौड़ ने कहा कि यह ऐसी सरकार है जो आजकल कई तरह के वादे कर रही है। बिजली आई नहीं, इन्होंने कहा दो ब्लॉक में किसान को बिजली देंगे। दिन में तारे जरूर नजर आते हैं, बिजली नहीं दिखती है। किसानों की कर्ज माफी के लिए कल्ला कमेटी बनाई थी, लेकिन किसानों पर कुर्की के नोटिस जारी हो रहे हैं। शेखावाटी में थाना-कचहरी नीलाम हो रहे हैं, गैंगस्टरों का राज है।

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