अजमेर की टीम ने पकड़ा
अजमेर, 1 अप्रैल ((ब्यूरो)): दो करोड़ रूपये रिश्वत मंागने के आरोप में सौ दिनबाद जेल से रिहा होते ही एसओजी की निलंबित एएसपी दिव्या मित्तल को एसओजी की अजमेर टीम ने फिर से गिरफ्तार कर लिया। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार को दिव्या मित्तल जेल से जैसे ही रिहा हुई एसीबी अजमेर की टीम ने धर दबोचा। इस बार उसके उपर आरोप अलग है। आरोप है कि उनके पास एनडीपीएस एक्ट के तीन और केस की जांच थी, जिसमें उन्होंने अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभाई और जांच को तोड़ मरोड़ कर पेश किया। जिससे आरोपियों को राहत मिल गई।
बतौर तत्कालीन एएसपी एसओजी दिव्या मित्तल दो करोड़ रुपए की घूस मांगने के मामले में जयपुर की एसीबी की टीम ने सौ दिन पहले उनके अजमेर आवास से गिरफ्तार किया था। दिव्या मित्तल को जमानत के एक दिन बाद ही शनिवार को अजमेर जेल के बाहर से एसओजी ने फिर गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी के पास दर्ज एनडीपीएस के तीन केसों में दिव्या ने जांच सही तरीके से नहीं की थी। इसी कारण गिरफ्तार किया गया है। अब इस मामले में एसओजी के अधिकारी पूछताछ करेंगे। तीनों मामलोंं में जंाच के दौरान बरती गई लापरवाही और आरोपियों को मिली राहत को लेकर नए सिरे से पूछताछ की जाएगी। एनडीपीएस एक्ट के इन तीनों ही केस की जांच दिव्यामित्तल ने ही की थी और वह खुद उसकी मामले में आरोपी बन गई हैं।
एडीजी एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया कि दिव्या मित्तल के खिलाफ अभी तक एसओजी में कोई शिकायत दर्ज नहीं है। दिव्या के पास एनडीपीएस की तीन फाइलें थीं। इसकी जांच वह काफी समय से कर रही थी। इन फाइलों में दिव्या मित्तल की ओर से जांच में गड़बड़ी करना सामने आया है। इसलिए एनडीपीएस एक्ट के तहत जांच अधिकारी दोषी माना जाता है।
उन्होंने बताया कि दिव्या मित्तल को शनिवार को अजमेर जेल के बाहर से गिरफ्तार किया गया है। दिव्या की ओर से तीनों फाइलों पर जांच को लेकर पूछताछ की जाएगी। एसीबी की गिरफ्त में आने के 100 दिन बाद हाई कोर्ट से शुक्रवार को जमानत मिलने पर शनिवार को अजमेर सेट्रल जेल से बाहर निकली थी।
शुक्रवार को मिली जमानत शनिवर को फिर फिरफ्तार
दिव्या मित्तल को शुक्रवार को ही हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। एडवोकेट प्रीतम सोनी ने बताया कि हाईकोर्ट जस्टिस सीके सोनगरा की बेंच ने एक लाख रुपए के मुचलके पर मित्तल को सशर्त जमानत के आदेश दिए थे।