उदयपुर, 22 मार्च (ब्यूरो)। भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति, नगर निगम उदयपुर और शहर के सर्व समाज, संगठनों की संयुक्त भागीदारी के साथ गुरुवार को नगर निगम प्रांगण से 101 शंखनादों के विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इसकी अगुवाई सनात धर्मग्रंथ की झांकी और बग्गियों में विराजमान संत-महंतों ने की।
शोभायात्रा में अश्वों पर आदिशक्ति की प्रतीक कन्याएं सवार थी। शोभायात्रा और कलशयात्राओं के महाराणा भूपाल स्टेडियम पहुचने पर धर्मसभा हुई, जिसमें बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंड़ित धीरेंद्र शास्त्री, कथा मर्मज्ञ पं़ देवकीनंदन ठाकुर और बांसवाड़ा के उत्तम स्वामी महाराज का आशीर्वचन प्राप्त हुआ। धम्रसभा में मेवाड़ अंचल के संत महंतों का सान्निध्य भी मिला। दोपहर एक बजे नगर निगम प्रांगण से विशाल शोभायात्रा शुरू होने के साथ जगदीश मंदिर, भूपालपुरा मैदान तथा फतह स्कूल से कलश यात्राएं शुरू हुईं। मुख्य शोभायात्रा के देहलीगेट के आगे बढ़ने पर तीनों कलश यात्राओं का देहलीगेट पर संगम हुआ। सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पचास से अधिक छात्र-छात्राओं ने मंच के आगे विशाल रंगोली बनाकर सुसज्जित किया। चेटक सर्कल, देहलीगेट और सूरजपोल आदि प्रमुख चौराहों का भी भगवा पताकाओं से सजाया गया। चेटक सर्कल पर महाराणा प्रताप, मेवाड़ की वीरांगना हाड़ी रानी समेत सभी प्रतीकों की झांकी लगाई गई। बड़ी संख्या में गांवों से भी लोग धर्मसभा में पहुंचे।
2023-03-23