जमीन बचाने को लेकर धरने पर बैठी महिलाएं

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कृषि भूमि पर सरकारी कर्मचारियों से मिलीभगत कर, रास्ता निकालने का आरोप धरने पर बैठी महिलाएं……

आमेर थाना इलाके के, ग्राम पंचायत दण्ड का मामला……

सरपंच पति व राजस्व विभाग के कर्मचारीयो वह पुलिस पर लगाए मिलीभगत के आरोप……

हरमाड़ा ग्राम पंचायत दण्ड आमेर मैं एक महिला ने अपनी कृषि भूमि पर सरपंच पति व राजस्व विभाग के कर्मचारीयों व‌ आमेर पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए खुद की कृषि भूमि पर अवैध रूप से बेदखल कर रास्ता निकालने की बात को लेकर गुरुवार को महिलाएं एकजुट होकर प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गई। धरने की सूचना पर आमेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिलाओं को समझा इसकी लेकिन मैं महिलाओं ने पुलिस की एक नहीं सुनी जानकारी के अनुसार शिकायत करने वाली पीड़िता गरिमा पत्नी जगदीश मीणा ने बताया कि, मेरी ग्राम पंचायत दण्ड आमेर मैं कृषि भूमि जिसका खसरा नंबर 785 रकबा 0.9 हेक्टेयर स्थित है। जो मेरे पति जगदीश मीणा के नाम पर है। उस भूमि पर मेरा परिवार कृषि कार्य करके अपना जीवनयापन करते थे। उक्त भूमि पर करीब आधा दर्जन लोगों ने राजस्व कर्मचारियों और पुलिस से मिलीभगत कर षडयंत्र पूर्वक तहसीलदार आमेर से मिलीभगत कर 4 मीटर चौड़ा रास्ता मेरी जमीन से निकालना चाहते हैं। मैं और मेरे परिवार ने जमीन पर तारबाउंड्री की थी लेकिन इन लोगों ने प्रशासन से मिलीभगत कर 27 अगस्त 2023 को सभी एकजुट होकर तारबाउंड्री को तोड़ दिया और रास्ता निकाल दिया इस संबंध में हमने कंट्रोल रूम में सूचना दी सूचना पर आमेर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन पुलिस ने हमारी कोई सहायता नहीं की और ना ही काम को रुकवाया और इन लोगों ने 10 दिसंबर को फिर से तारबाउंड्री की जब मेने दोबारा तार बाउंड्री की तो सरपंच पति भगवान सहाय दरबार ने हमारे साथ मारपीट व गाली गलौज की ओर सरपंच पति ने बाहरी लोगों को बुलाकर तारबाउंड्री को तोड़ने का प्रयास किया और मेरे ऊपर कार चढ़ाने का भी प्रयास किया रात को जब हम थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने गए तो पुलिस कर्मियों ने ना तो हमारी रिपोर्ट दर्ज की और हमें उल्टा धमका कर थाने से भगा दिया इसके बाद 29 सितंबर को जबरन जमीन पर रास्ता निकाल कर मोहरम डाल दी। जबकि मेरी जमीन के पीछे से वर्षों पुराना आवाजाही के लिए रास्ता निकलता हुआ सरपंच के घर के पास से गुजरता है। सरपंच को वहां से लोगों के निकलने से परेशानी है इसके के कारण अपनी व्यक्तित्व स्वार्थ के चलते मेरी जमीन पर मिलीगतकर और कागजों में हेराफेरी कर मेरी जमीन से आम रास्ता निकाल दिया वही ग्राम पंचायत दंड सरपंच पति भगवान सहाय दरबार ने बताया कि हमने कोई मिलीभगत कर रास्ता नहीं निकाला है। और नहीं कागजों में हेरा फेरी की है। यहा पहले से ही आम रास्ता निकलता है। और कागजों में भी दर्शाया गया है। और एसडीएम और जिला कलेक्टर ने भी रास्ते को सही मानते हुए आदेश दे दिया है और जो भी गाली गलौज हुए मारपीट गाड़ी चढ़ाने का प्रयास यह सारे आरोप झूठे हैं। दूसरी ओर आमेर एसडीएम सरिता शर्मा ने बताया कि हमारे पास 2000 इस तरह के केस है और मुझे पता नहीं है यह कौन सा केस है जब परिवार की तारीख होगी कोर्ट में तब पता चलेगा क्या मामला है।

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