पिछले 3 दिनों से कलेक्ट्रेट के बाहर बैठा हुआ है युवक धरने पर
युवक ने विधायक ओम प्रकाश हुडला पर लगाया 82 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप
हालांकि जांच में सीआईडी-सीबी ने नहीं माना था विधायक हुडला को दोषी
सीआईडी सीबी ने परिवादी ओमप्रकाश बैरवा सहित 4 लोगों को ही मान लिया था दोषी
दौसा: विधायक को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर एक युवक तथा कलेक्ट्रेट के बाहर पिछले 3 दिनों से धरने पर बैठा हुआ है। युवक के साथ उसके परिजन भी शामिल हैं और युवक द्वारा विधायक पर 82 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया जा रहा है
दरअसल दौसा जिले के सदर थाने में वर्ष 2019 में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में पुरोहित का बास का रहने वाले ओमप्रकाश बैरवा ने विधायक ओमप्रकाश हुडला सहित एक आईएएस अधिकारी व अन्य लोगों पर सरकारी नौकरी का झांसा देकर 82 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। परिवादी की शिकायत पर सदर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया और पूरे मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई। सीआईडी सीबी ने पूरे मामले की कुछ दिन पूर्व ही जांच पूरी करके फाइल दौसा सदर थाने में भिजवाई जिसमें कुल 4 आरोपी दोषी माने है। सीआईडी सीबी ने इस मामले में विधायक ओमप्रकाश हुडला और आईएएस केदार मीणा को दोषी नहीं माना है वही जांच में परिवादी ओमप्रकाश बैरवा को भी दोषी माना है। ऐसे में सदर थाना पुलिस ने परिवादी ओमप्रकाश बैरवा व एक अन्य प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया था वही दो अन्य आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही थी लेकिन तभी हाईकोर्ट ने पत्रावली पर रोक लगा दिया जिसके कारण अब इस पूरे मामले में अग्रिम कार्रवाई नहीं हुई है।
इधर परिवादी ओमप्रकाश बैरवा जमानत के बाद कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गया है और उसका कहना है कि पुलिस ने सही तरीके से जांच नहीं की, ऐसे में पूरे मामले में निष्पक्ष जांच हो और विधायक ओमप्रकाश हुडला पर कार्रवाई हो। धोखाधड़ी के मामले में ओमप्रकाश बैरवा नामक व्यक्ति आज तीसरे दिन भी कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठा हुआ है और विधायक ओमप्रकाश हुडला की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।