पाली 21 नवम्बर जन्म देने वाली मॉ का आँचल संतान की परवरिश का आश्रय स्थल माना जाता है, लेकिन घटित शर्मनाक घटना में एक मॉ ने दो दिन के मासूम नवजात को जन्म देने के बाद सड़क किनारे मरने के लावारिश हालत में छोड़ दिया। कुतो ने मासूम के शरीर को कई जगहों से काट कर जिससे वह गंभीर घायल हो गई। उधर से गुजर रहे राहगीरों ने देखा तो तुरंत उसे अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई। शहर के बजरंगबाड़ी में झाड़ियों में दो दिन की मासूम को कुत्ते नौंच रहे थे। उसके रोने की आवाज सूनकर उधर गूजर रहे सरफराज, शादाब और मोहसीन की नज़र पडी । उन्होंने कुत्तों को भगाया और मासूम को कपड़े में लपेटकर बांगड़ अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रेजिडेंट डॉ. मृदुल व्यास ने घायल नवजात को अटेंड किया और एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया।लेकिन कुत्तों के काटने से मासूम का काफी खून बह गया था और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पीडियाट्रिक विभाग के HOD डॉ. आरके विश्नोई ने बताया कि नवजात को जब हॉस्पिटल लाए तब वजन करीब 3 किलो तक था। उसके हर अंग से खून निकल रहा था। करीब 50 से अधिक जगह कुत्तों के नौंचने के निशान मासूम की बॉडी पर थे। नवजात की नाल तक नहीं गिरी थी। शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई टैग तक नहीं था। वार्ड में भर्ती कर उसे तुरंत सीपीआर दिया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। पीडियाट्रिक विभाग के HOD डॉ. आरके विश्नोई ने बताया कि नवजात को जब अस्पताल लाया गया तब वजन करीब 3 किलो तक था। उसके हर अंग से खून निकल रहा था। करीब 50 से अधिक जगह कुत्तों के नौंचने के निशान मासूम के शरीर पर थे। नवजात की नाल तक नहीं गिरी थी। शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई टैग तक नहीं था। वार्ड में भर्ती कर उसे तुरंत सीपीआर दिया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
2023-11-21