हरमाड़ा के टोड़ी मोड पर हुआ हादसा, एक मजदूर के हुए दो टुकड़े
परिजनों ने खदान मालिकों के खिलाफ लगाए गंभीर आरोप…..
पहले भी हो चुके हैं टोड़ी मोड पर संचालित खदानों में हाथ से
हरमाड़ा थाना इलाके के जयपुर सीकर हाईवे स्थित टोडी मोड़ पर सोमवार सुबह पत्थर की खदान में हुए एक हादसे में दो मजदूर पत्थर की चट्टान के नीचे दब गए इनमें से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई और शरीर के दो टुकड़े हो गए, जबकि एक अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए था जहां इलाज के दौरान दोपहर को उसने भी दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार हरमाड़ा थाना प्रभारी हिम्मत ने बताया कि , टोडी मोड़ पर चेजा पत्थर की खान में यह हादसा हुआ है। दो मजदूर सुबह करीब 8 बजे पत्थर की खदान में पत्थर तोड़ने का काम कर रहे थे इसी दरमियान।मजदूर पत्थर की भारी चट्टानों को तोड़ने के लिए छेद कर विस्फोटक भरने का काम कर रहे थे. इस दौरान चट्टान का भारी-भरकम हिस्सा टूटकर गिर गया, जिसमें तीन मजदूर दब गए।40-50 फीट की ऊंचाई से, अचानक पत्थर लुढ़कर आ गया और दोनों मजदूर उसके नीचे दब गए। जहां आसपास अन्य काम कर रहे हैं मजदूर दौड़ कर आए और मजदूरों ने पत्थर को हटाकर दोनों को बाहर निकाल जहां निवासी,अमरतिया बराठिया भीलवाड़ा 23 वर्षीय प्रभु पुत्र अमरा भील की मौके पर ही मौत हो गई और शरीर के दो टुकड़े हो गए वहीं निवासी निवासी उनियारा जिला टोंक 24 वर्षीय किशोरी सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे सूचना पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल भिजवाया जहां इलाज के दौरान किशोर ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि दोनों मृतकों के शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। और मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा वही मृतक प्रभु भील के परिजनों ने आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है कि,दीपपुरा टोड़ी मोड में पोखर मल पुत्र लिखगाराम, सहजीत सिंह बारेठ पुत्र सार्दल सिंह, संजय कुमार गुर्जर पुत्र किशन लाल गुर्जर, महेन्द्र गुर्जर पुत्र गोदूराम, सीताराम पुत्र फूल गुर्जर की साझेदारी की चेजा पत्थर की खदान में काम करता था और वही रहता था। वहाँ काम करने वाले खान मालिकों को सुरक्षा के सामान के लिये बोलते थे तो खान मालिक हमें धमका देते थे तथा काम के लिये दबाव बनाते थे सुबह 4 बजे उठाकर रात्रि 8-9 बजे तक काम करवाते थे तथा समय पर तनख्वाह भी नहीं देते थे। आने के बाद करीब 5-6 महीने के तक जाने पर पाबंदी रखते थे ।
एक मजदूर के शरीर के दो टुकड़े….
आपकों बता दे यह हादसा इतना भीषण था कि 40-50 फीट की ऊंचाई से गिरी चट्टान के नीचे दबने से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. उसके शरीर के दो टुकड़े हो गए, जबकि चट्टान के नीचे दबे एक अन्य मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर हरमाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया पुलिस ने हादसे के बाद खदान में काम बंद करवा दिया गया है. पुलिस खदान में काम करने वाले अन्य मजदूरों से पूछताछ कर रही है.
सुरक्षा के इंतजामों को लेकर जुटा रहे जानकारी
पुलिस ने बताया कि दीपपुरा टोडी मोड़ पर चेजा पत्थरो की खदानों में लंबे समय से पत्थर के खनन का काम चल रहा है. खनन के लिए विस्फोटक के जरिए चट्टानों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाता है और फिर उन्हें काम में लिया जाता है. पत्थर की खदान से खनन कर पत्थर निकालने के लिए सुरक्षा इंतजाम के साथ काम करने की दरकार होती है. ऐसे में पुलिस यह भी पड़ताल कर रही है कि सुरक्षा इंतजामों में चूक हुई या कहीं कोई खामी रहने से यह हादसा हुआ है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले भी कई बार इस तरह के हाथ से गठित हो चुके हैं लेकिन फिर भी खनन विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है।