जयपुर:कांग्रेस विधायकों के वन टू वन फीडबैक में रामनारायण मीणा ने अपनी ही सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। मीणा ने कहा कि राजस्थान का मतदाता कांग्रेस को जिताने के मूड में है, लेकिन तभी जब हम उनका आदर करें। कुछ मंत्री करप्शन में बहुत आगे बढ़ चुके हैं। मुख्यमंत्री की मजबूरी है या कमजोरी है कि उनको हटा नहीं पा रहे।
मीणा ने कहा- कुछ मंत्री तो चोटी से लगाकर पैर के अंगूठे तक करप्शन में रंगे हुए हैं। कुछ मंत्री अपने पद का दुरुपयोग करके बीजेपी वालों का साथ देते हैं। ऐसे लोगों के आगे बढ़ने से हम कमजोर में हो गए हैं।
कोटा संभाग में ओम-शांति की वजह से कांग्रेस कमजोर
रामनारायण मीणा ने UDH मंत्री शांति धारीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि कोटा संभाग में ओम-शांति की वजह से कांग्रेस कमजोर है। कुछ लोग बीजेपी से मिले हुए हैं। कोटा संभाग में एक जाति विशेष के लोगों को मंत्री बनाया जाता है।उन्होंने कहा- बीजेपी कमजोर है, पिछली सरकार में भी करप्शन हुआ यह जानते हैं कि उसकी जांच हो जाएगी। सचिन पायलट ने क्या बोला है, मुझे पता नहीं, लेकिन हमें मजबूत कदम उठाना पड़ेगा। क्योंकि बीजेपी कसर नहीं छोड़ रही है । हमें यह दोस्ती खत्म करनी पड़ेगी। जिस व्यक्ति ने राहुल गांधी की बिना नोटिस सदस्यता खत्म की, उन लोगों को जो माला पहनाने का सिस्टम बनाया है, उससे हम कमजोर हुए हैं।विधायक रामनारायण मीणा ने आरोप लगाया कि कुछ लोग बीजेपी से मिले हुए हैं।
फीडबैक के बीच कांग्रेस में फिर दिखी खींचतान
फीडबैक में 13 सवालों की लिस्ट पर अब सियासी विवाद हो गया है। विधायकों से पहला ही सवाल धार्मिक और जातिगत समीकरणों पर होने को लेकर बीजेपी ने पलटवार किया है। इधर, फीडबैक के बीच गहलोत समर्थक विधायकों ने उन्हें चौथी बार सीएम बनाने की बात कहकर गुटबाजी को फिर हवा दे दी है।
गहलोत समर्थक आदिवासी क्षेत्र के विधायकों ने खुलकर गहलोत को चौथी बार सीएम बनाने की पैरवी की है। धरियावाद से कांग्रेस विधायक नगराज मीणा ने कहा कि अशोक गहलोत चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे, कोई नहीं रोक सकता। जब गहलोत बढ़िया काम कर रहे हैं तो हाईकमान दूसरे को क्यों चेहरा बनाएगा।
प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा ने कहा- चौथी बार गहलोत को मुख्यमंत्री बना कर दम लेंगे। कुशलगढ़ से कांग्रेस समर्थक निर्दलीय विधायक रमिला खड़िया ने कहा- मैं अशोक गहलोत के साथ हूं और रहूंगी। मुझे नहीं पता मेरा टिकट क्यों काटा गया, लेकिन अब आगे मुझे टिकट दिया जाएगा।
यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और विधायक गणेश घोघरा ने कहा- मैं कांग्रेस पार्टी और हाईकमान के साथ हूं। चौथी बार गहलोत को सीएम बनाने के सवाल पर कहा कि इतनी सारी योजनाएं धरातल पर ले कर के आए हैं तो अशोक गहलोत के समर्थन में ही रहेंगे।
गहलोत, रंधावा और डोटासरा दूसरे दिन भी क्षेत्र को लेकर विधायकों से फीडबैक ले रहे हैं।
मोहब्बत की दुकान अब धर्म-जाति देखकर खोलेंगे?
विधायकों से पूछे जाने वाले सवाल पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने लिखा- राजस्थान में कांग्रेस ने अपने विधायकों से फीडबैक लेने के लिए वन टू वन संवाद में 13 सवालों का एक फॉर्म बांटा। पहला सवाल ही क्षेत्र में जातिगत और धार्मिक समीकरण से जुड़ा था। क्या चुनावी प्रदेश में राहुल गांधी की पार्टी मोहब्बत की दुकान अब धर्म और जाति देख कर खोलेगी?
बीजेपी के नेशनल आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट कर सवाल उठाए।
अमित मालवीय के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया। कई यूजर्स ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू में कई मुद्दों पर सवाल पूछने शुरू कर दिए। बीजेपी विरोधी यूजर्स ने मालवीय पर सवाल उठाए। बीजेपी समर्थक यूजर्स ने सवालों पर मीम बनाकर शेयर कर दिए। विधायकों से पूछे सवाल पर राहुल गांधी और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा।
कांग्रेस विधायकों को दिया जा रहा 13 सवालों का प्रोफार्मा
कांग्रेस की फीडबैक बैठकों में विधायकों को 13 सवाल का प्रोफार्मा दिया जा रहा है। इसमें पहला सवाल है कि आपके क्षेत्र के जातिगत और धार्मिक समीकरण क्या है? अमित मालवीय ने इसी सवाल पर कांग्रेस को घेरने का प्रयास किया। 13 सवालों के प्रोफार्मा में सरकार की प्रभावशाली योजनाओं और नए जिलों पर भी सुझाव पूछे गए हैं।
आज उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के विधायकों से फीडबैक
कांग्रेस वॉर रूम में 17 अप्रैल को जोधपुर और अजमेर संभाग के विधायकों से फीडबैक लिया गया था। मंगलवार को उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के विधायकों से फीडबैक लिया जा रहा है। आज उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़, भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाईमाधोपुर जिलों के विधायकों को बुलाया है।