जी और सोनी करीब 28 साल बाद एक होने जा रहे हैं। मर्जर के बाद 24% से ज्यादा व्यूअरशिप के साथ जी+सोनी देश का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क होगा। ऐड रेवेन्यू मार्केट शेयर भी करीब 27% होने वाला है। ये पूरी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी NCLT की मुंबई बेंच ने गुरुवार को जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज यानी ZEEL और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट के मर्जर को मंजूरी दी। कल्वर मैक्स को पहले सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया कहा जाता था।
इस मर्जर का फायदा दर्शकों को मिल सकता है। उन्हें सस्ते में OTT और अन्य कंटेंट मिल सकता है। अभी OTT स्पेस में डिज्नी हॉटस्टार, अमेजन और नेटफ्लिक्स जैसे प्लेटफॉर्म्स का दबदबा है। जी-सोनी इन प्लेटफॉर्म्स को टक्कर दे सकते हैं।
2021 में जी ने जापान के सोनी कॉर्प की सहायक कंपनी सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ विलय की घोषणा की थी, लेकिन क्रेडिटर्स की आपत्तियों के कारण NCLT में मामला अटका था। अब 3-4 महीने में मर्जर पूरा हो सकता है।
5 पॉइंट में जानें मर्जर का दर्शकों, कंपनी और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर क्या असर पड़ेगा…
1. दर्शकों को सस्ते दामों पर कंटेंट मिल सकता है
मर्जर से ऑपरेटिंग कॉस्ट घटने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऑपरेटिंग कॉस्ट घटेगी तो कंपनी का मुनाफा बढ़ेगा। ऐसे में नई कंपनी इसका फायदा दर्शकों को दे सकती है। यानी प्लान सस्ते हो सकते हैं। सोनी और जी दोनों OTT पर भी हैं। जी के OTT जी5 के पास करीब 5 करोड़ पेड सब्सक्राइबर हैं, जबकि सोनी के OTT सोनीलिव के पास 3 करोड़ से ज्यादा पेड सब्सक्राइबर्स हैं।
नई कंपनी कंटेंट को बेहतर करने के साथ-साथ यूजर बेस बढ़ाने के लिए सस्ते प्लान लॉन्च कर सकती है। वहीं, जी के दर्शकों की पहुंच सोनी के कंटेंट तक और सोनी के दर्शकों की पहुंच जी के कंटेंट तक हो जाएगी। जी के पास 49 और सोनी के पास 26 टीवी चैनल हैं। जी अभी स्पोर्ट्स जॉनर में नहीं है, लेकिन अब उसकी सोनी के 10 स्पोर्ट्स चैनलों तक पहुंच हो जाएगी।
2. कंपनी को मिलेगा बड़ा और डायवर्स ऑडियंस बेस
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया लंबे समय से इंडियन टेलीविजन इंडस्ट्री में हैं। कंपनी ने भारत में 1995 में अपना पहला टीवी चैनल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन लॉन्च किया था। कंपनी अपने बिजनेस को बहुत ज्यादा एक्सपेंड नहीं कर पा रही थी।
वहीं ZEEL ने अपना पहला चैनल जी टीवी 2 अक्टूबर 1992 को लॉन्च किया था। ZEEL पर लंबे समय से एस्सेल ग्रुप का कंट्रोल था, लेकिन एस्सेल पर अपने खुद के 2.4 अरब डॉलर (17,000 करोड़ रुपए) के कर्ज का बोझ था।
ऐसे में इस मर्जर से दोनों कंपनियों को बड़ा और डायवर्स ऑडियंस बेस मिलेगा।
3. दोनों कंपनियों की मिलकर 24% से ज्यादा व्यूअरशिप
नई कंपनी के पास कुल 75 चैनल हो जाएंगे। दो वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विसेज (ZEE5 और Sony LIV, दो स्टूडियो (Zee Studios और Sony Pictures Films India) और एक डिजिटल कंटेंट स्टूडियो (Studio NXT) भी होगा।
24% से ज्यादा व्यूअरशिप के साथ जी+सोनी देश का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क होगा। अभी स्टार-डिज्नी के पास करीब 18% व्यूअरशिप शेयर है। जी की वेबसाइट के अनुसार वो 190+ देशों में मौजूद है। वहीं, सोनी की रीच 167 देशों में करीब 70 करोड़ लोगों तक है।
4. 100 शेयरों के बदले नई कंपनी के 85 शेयर मिलेंगे
शेयरधारकों को ZEEL के 100 शेयरों के बदले नई कंपनी के 85 शेयर मिलेंगे। नई कंपनी में प्रमोटर ग्रुप एस्सेल के पास 6.92 करोड़ शेयर या 3.99% हिस्सेदारी होगी। सोनी के पास 88.31 करोड़ शेयर या 50.86% हिस्सेदारी होगी। पब्लिक शेयरहोल्डिंग 78.39 करोड़ शेयर या 45.15% होगी। टोटल शेयरहोल्डिंग 173.63 करोड़ शेयर होगी। नई कंपनी की वैल्यू 10 बिलियन डॉलर यानी करीब 82,000 करोड़ रुपए होगी।
5. जी के प्रमोटर्स को 1,101 करोड़ रुपए मिलेंगे
दोनों कंपनियों के बीच मर्जर का ऐलान 22 सितंबर 2021 को किया गया था। जी के प्रमोटर्स को 1,101 करोड़ रुपए की नॉन कम्पीट फी मिलेगी। ये इन पैसों को मर्जर में इंफ्यूज करेंगे और 3.99% हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए शेयर खरीदेंगे। नॉन कम्पीट एक ऐसा क्लॉज है जिसके तहत एक पार्टी दूसरी पार्टी के खिलाफ कॉम्पिटिशन में समान पेशे या ट्रेड में एंट्री नहीं लेने के लिए सहमत होती है। सोनी भी 1.5 अरब डॉलर, यानी करीब 12 हजार करोड़ रुपए निवेश करेगी।