‘ये हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर हमें चुनाव हरवाते हैं, हमें बदनाम क्यों करते हैं’
जयपुर, 22 मार्च (ब्यूरो) : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि मैं हिंदू नहीं हूं क्या? देश में महंगाई और हिंसा बढ़ रही है, जबकि विपक्ष हिंदू-मुसलमान की राजनीति कर रहा है। मुख्यमंत्री बुधवार को राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ लोग बहुत सी बातें करते हैं, मैं उन पर नहीं जाना चाहूंगा। बताइए, हम लोग तो जैसे हिंदू हैं ही नहीं। मैं हिंदू नहीं हूं क्या, आपको क्या लगता है? ये हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके हमें चुनाव हरवाते हैं। ये हमें बदनाम क्यों करते हैं, यह समझ से परे है।
गहलोत यहीं नहीं रुके। बोले-ये गाय की बात करते हैं। मैं जब दूसरी बार सीएम था तब देश में पहला गौ निदेशालय खुला। सरकार बदल गई और बीजेपी राज में उसे विभाग बना दिया गया। बीजेपी राज में पांच साल में गौशालाओं को अनुदान के केवल 143 करोड़ रुपए दिए, जबकि हमने 2,313 करोड़ दिए। अब हमने नंदीशालाओं के लिए 12 महीने का अनुदान कर दिया है। गहलोत ने कहा, धर्म के नाम पर राजनीति करना उचित नहीं है। जातियों-बिरादरियों में धर्म के नाम पर कट्टरता बढ़ती है। यह देशहित में नहीं है। प्रेम-भाईचारा ही जिंदगी में काम आता है।
आठ लाख तक आय वाले पशुपालकों का पशु बीमा फ्री होगा
गहलोत ने राजस्थान में आठ लाख तक की आय वाले पशुपालकों के पशुओं का फ्री पशु बीमा करने की घोषणा की और कहा कि इसका सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक पशुपालकों को अपने खर्च पर दुधारू पशुओं का बीमा कराना होता है। चिरंजीवी योजना में जिस तरह 8 लाख तक की आय वालों का प्रीमियम सरकार भरती है, उसी तरह अब 8 लाख तक की आय वाले पशुपालकों का बीमा प्रीमियम सरकार भरेगी। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि पशुपालन के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले चुनिंदा पशुपालकों को सरकारी खर्च पर विदेश भेजा जाएगा। इस स्टडी ट्यूर में इस साल 25 पशुपालकों को विदेश भेजेंगे, जो वहां पशुपालन के क्षेत्र में किए जा रहे इनोवेशन को देखेंगे।
सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन वाला राज्य बना राजस्थान
गहलोत ने कहा, हमारी नीतियों के कारण आज राजस्थान पूरे देश में सर्वाधिक दूध उत्पादन करने वाला पहला राज्य बन गया है। पूरे देश के 15.05 प्रतिशत दूध का उत्पादन राजस्थान में हो रहा है। राज्य सरकार पशुपालकों को प्रतिवर्ष सम्मानित कर रही है। इस पहल से पशुपालन के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया है।