शहर में एक बार फिर ठप हो सकती है सफाई व्यवस्था

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गैर वाल्मीकि समाज के लोग सफाई करते या नहीं इसका फील्ड में होगा वेरिफिकेशन

जोधपुर। शहर की सफाई व्यवस्था एक बार फिर ठप हो सकती है। करीब एक महीने पहले सफाई कर्मचारियों ने जिन मांगों को लेकर आंदोलन किया था, उसमें कई मांगे पूरी नहीं होने पर 10 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इधर, इस अल्टीमेटम के बाद नगर निगम फील्ड में अनूठा सर्वे करने की तैयारी कर रहा है। इस सर्वे में ऐसे लोगों की हाजरी फील्ड में ली जाएगी जो गैर वाल्मीकि समाज से है और सफाईकर्मी के पद पर लगे हुए हैं।
सफाई कर्मचारियों ने आंदोलन किया था इसमें नई भर्तियों में समाज को 100 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ऐसे लोग जो गैर वाल्मीकि समाज के है और पिछली भर्ती में सफाई कर्मी के पद पर लगे हैं ये लोग फील्ड की बजाय कार्यालयों में काम कर रहे हैं। इन सभी को मूल काम सफाई में लगाने की मांग भी की गई थी। वह झाडू डाउन हड़ताल एक सप्ताह तक चली थी और इसके बाद दोनों नगर निगम ने समझौता किया था। इसमें सफाई कर्मचारियों को ऑफिस में नहीं बल्कि सफाई में लगाने के आदेश जारी किए। सफाई कर्मचारी नेताओं ने एक बार फिर इस आंदोलन में हुए समझौतों के बारे में नगर निगम के अधिकारियों को अवगत करवाया। इसमें एक लिस्ट जो नगर निगम ने निकाली, उसमें भी कर्मचारी अपने मूल काम पर नहीं लौटे। इसके बाद दूसरी लिस्ट निकालने की मांग रखी गई। इस विवाद को खत्म करने के लिए नगर निगम उत्तर आयुक्त ने सभी 80 वार्ड में लगे सफाई कर्मचारियों की सूची जारी है। इसमें 500 से ज्यादा कर्मचारी है। अब सफाई प्रभारी अपने वार्ड के इन कर्मचारियों का वेरिफिकेशन कर यह रिपोर्ट देंगे कि वह कर्मचारी सफाई कर रहा है या नहीं। सफाई कर्मचारी नेता नरेश कंडारा ने बताया कि आयुक्त उत्तर अतुल प्रकाश से मुलाकात कर 10 दिन का समय लिया है। इसमें सभी गैर वाल्मीकि और सवर्ण जाति के सफाई कर्मचारियों को फील्ड में लगाने और उनको फिजिकल वेरिफिकेशन पर सहमति बनी है। यदि इन दिनों में काम नहीं हुआ तो फिर से झाडू डाउन हड़ताल होगी। इस मौके पर विजय कंडारा, सुरेश जोड, वेदराज कंडारा, भीमाराम चौहान सहित अन्य सफाई कर्मचारी नेता शामिल रहे।

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