– 1442 करोड़ रुपए के विकास कार्यों से चमका कोटा
– देश-दुनिया में मॉडल बनेगा हैरिटेज रिवरफ्रंट
– रिवरफ्रन्ट के दोनों तटों पर 27 घाटों का निर्माण
कोटा 12 सितम्बर भारत के प्रथम हैरिटेज चम्बल रिवर फ्रंट का समारोहपूर्वक उद्घाटन मंगलवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने किया। उन्होंने नयापुरा बावड़ी घाट पर वैदिक मंत्रोच्चारण, राजस्थानी संगीत की धुनों, लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के बीच लोकार्पण पट्टिका का अनावरण कर कोटावासियों को सौगात दी।
समारोह में स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, शिक्षा मंत्री डॉ. बीड़ी कल्ला, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा सहित मंत्रिपरिषद के सदस्य, विभिन्न बोर्ड निगमों के अध्यक्ष, विधायकगण सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
डॉ. जोशी ने राज्य सरकार के मंत्रियों और विधायकों के साथ फव्वारा घाट एवं कनक महल का भ्रमण, फाउंटेन शो, वृन्दावन गार्डन दशावतार भ्रमण किया। हाड़ौती घाट पर पन्नाधाय और हाड़ी रानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां 84 खम्बों की छतरी भी देखी। विश्वमैत्री घाट पर अतिथियों ने विश्व के प्रमुख देशों के स्मारकों के सामने राष्ट्रीय ध्वजों के साथ भारतीय तिरंगे का ध्वजारोहण किया। विश्व के सभी देशों के महापुरूषों के मुखोटों के साथ तैयार किए गए ग्लोब के सामने सामूहिक फोटोशूट भी हुआ। विश्वमैत्री घाट पर वसुधैव कुटुम्बकम्ब का संदेश दिया गया है, यहां सेना के बैगपाइपर बैंड द्वारा राष्ट्रीय धुन का बैंडवादन किया गया।
लोक कलाकारों ने दी प्रस्तुतियां-
उद्घाटन समारोह में प्रत्येक घाट पर प्रदेश की लोक कला को साकार करते हुए लोक कलाकारों ने भव्य प्रस्तुतियां दी। परम्परागत लोक वाद्य एवं नृत्य शैली में अतिथियों का स्वागत किया।
सबसे बड़ा नन्दी और बुलंद से ऊंचा दरवाजा-
चम्बल रिवर फ्रंट पर विकास के साथ पर्यटन, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण के साथ नदी के सौंदर्यकरण कार्य किए गए हैं। यहां दुनिया का सबसे बड़ा नन्दी भी बना है। बुलंद दरवाजे से ऊंचा दरवाजा है। राजपूताना घाट पर राजस्थान के 9 क्षेत्रों (शेखावटी, ढूंढाड़, मारवाड़, वागड़, मेवाड़, अहीरवाल, मेवात, गोरवाड़ व हाड़ौती) की वास्तुकला व संस्कृति दर्शनीय है। मुकुट महल में 80 फीट ऊंची छत तथा सिलिकॉन वैली भी है। साहित्यिक घाट पर पुस्तक, प्रसिद्ध लेखकों की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है।
बढ़ेगा पर्यटन, बस्तियां बाढ़ मुक्त-
कोटा में कोटा बैराज से नयापुरा पुलिया तक 2.75 किमी की लम्बाई में चम्बल नदी के दोनों तटों पर 1442 करोड़ रुपए की लागत से चम्बल रिवर फ्रन्ट विकसित किया गया है। इसके बनने से चम्बल नदी के किनारे बसी सभी बस्तियां बाढ़ से मुक्त हो चुकी है।
बने विश्व रिकॉर्ड-
रिवर फ्रंट पर मंगलवार को तीन विश्व रिकॉर्ड भी बने। इनमें घंटी घाट पर विश्व की सबसे बड़ी घंटी बनाई गई है। इसकी आवाज 8 कि.मी दूर तक सुनी जा सकती है। जवाहर घाट पर पंडित जवाहर लाल नेहरू के फेस मास्क (सबसे बड़ा गन मेटल का मुखौटा), नन्दी घाट पर नटराज की मूर्ति और 225 फीट ऊंची चम्बल माता की संगमरमर मूर्ति का अनावरण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया गया।
उद्घाटन समारोह में स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल, शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, राजस्व मंत्री रामलाल जाट, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती ममता भूपेश, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुन्तला रावत, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्रीमती जाहिदा खान, श्रम राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई, जनजाति विकास राज्यमंत्री अर्जुन सिंह बामनिया सहित विभिन्न बोर्डों के अध्यक्ष, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत, बीसूका जिला उपाध्यक्ष रविन्द्र त्यागी सहित प्रदेश के गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।