-बेसमेंट में रखा लाखों का गलीचा सहित उपकरण जले
जयपुर, 7 अप्रैल (ब्यूरो): आमेर इलाके में शुक्रवार तडक़े उस वक्त अफरा-तफरी के साथ ही दशहत फैल गई,जब गलीचा फैक्ट्री धूं-धूंकर जलने लगी। बेसमेंट में चल रहे गलीचा कारखाने में आग भभकी तो रोशनदान से आग की लपटें और धुंआ निकलते देख स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। राहत कार्य के दिशा नहीं मिली तो जेसीबी से दीवार तोडक़र राहत कार्य शुरू किया गया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद एक दर्जन दमकलों ने आग पर काबू पाया। अग्निकांड में लाखों रुपए का गलीचा और कच्चे माल सहित उपकरण जलकर खाक हो गए। पुलिस हादसे का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट मानकर जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक हादसा आमेर इलाके में चांवड का मठ नाई की थड़ी के पास एक गलीचा फैक्ट्री में हुआ। यहां बेसमेंट में आग लगी तो गलीचा बनाने में प्रयुक्त धागे और लकड़ी का सामान होने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। आग इतनी इतनी भीषण थी की रोशनदान से निकलती आग की लपटें और धुंए को काफी दूर से देखा जा सकता था। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, मगर बेसमेंट का रास्ता बन्द होने के कारण सफल नहीं हो सके। सूचना पर पहुंची पुलिस ने अग्निशमन विभाग को खबर दी तो राहत कार्य शुरू हो सका।
दीवार तोडऩी पड़ी :
बेसमेंंट काफी बड़ा था, जिसमें दमकल से पानी की बौछार करना मुश्किल था। बाद में पुलिस ने दो जेसीबी मंगवाकर रोशनदान सहित अन्य जगह से दीवार $तुड़वाई तो दमकलों ने राहत कार्य शुरू किया। आग की भयाभयता को देखते हुए एक के बाद एक करीब एक दर्जन दमकलें मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हादसा शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे हुआ था। जानकारी मिली है कि बेसमेंट में ज्यादातर तैयार किए हुए गलीचे और इसमें प्रयोग होने वाले धागे सहित कैमिकल व रंगों के डिब्बे रख हुए थे।
कैसे लगी आग :
बेसमेंट में कोई कर्मचारी नहीं था, जिसके चलते किसी के बीड़ी-सिगरेट पीने के दौरान हादसा होने की संभावना नहीं है। माना जा रहा है कि बिजली का शॉर्ट सर्किट होने से निकली चिंगारी गलीचे या धागे सहित कैमिकल के डिब्बों पर गिरी तो आग पकड़ ली। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाकर हादसे के कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टïया आग में लाखों रुपए का नुक्सान होने की बात सामने आई है।