उदयपुर, 09 सितम्बर(ब्यूरो): भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इंडिया अलायंस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके एक भी नेता ने सनातन विरोधी बयान की निंदा नहीं की। इसमें आश्चर्च नहीं हुआ, क्यूंकि इनसे दूसरी उम्मीद की नहीं जा सकती। जोशी शनिवार को परिवर्तन संकल्प यात्रा शुरू होने से पूर्व उदयपुर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
जोशी ने कहा कि हमारा सनातन सबको जोड़ने और सबकी रक्षा करने वाला है। उन्होंने कहा कांग्रेसी कुशासन को मिटाने के संकल्प के साथ राजस्थान के चारों दिशाओं तक परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाली जा रही हैं, जो प्रदेश की कांग्रेस सरकार उखाड़ फैंकने का सबसे मजबूत कारण बनेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की लाल डायरी से नींद हराम हो गई है। पेपर लीक का अड्डा बन चुका आरपीएससी में करोड़ों रुपए देकर सदस्य बनाए गए और वहां से पेपर लीक हुआ। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली साफ कर चुके हैं कि पेपर लीक के तार कांग्रेस के बड़े नेताओं से जुड़े हुए हैं जिन्हें बचाया जा रहा है, छोटे आरोपी तो केवल मोहरा हैं।
मावली बोले सीपी जोशी, 36 संतों की हत्या की जिम्मेदार है गहलोत सरकार
मावली में परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान संबोधित करते हुए सवाल उठाया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 36 संतों की हत्या की जिम्मेदार गहलोत सरकार अब संतों के दर पर किसलिए जा रहे हैं। सच तो यह है कि जब किसी का अंतिम समय आता है तो वह भगवान को याद करता है। कांग्रेस का इन दिनों यही हाल है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को मुगल, तुर्की, मौहम्मद गौरी खत्म नहीं कर सके तो कांग्रेस और उसके घमंडिया गठबंधन की क्या औकात है।
जोशी ने कहा कि बलात्कार, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी में नंबर वन गहलोत सरकार से प्रदेश की जनता जल्द से जल्द निजात पाना चाहती है। अबकि बार जनता ने 2023 ही नहीं 2024 में भी भाजपा सरकार को लाने का मन बना लिया है। इससे पहले हाल ही में भाजपा में शामिल हुए गगन सिंह राव ने जोशी एवं दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी का 21 किलो की माला पहनाकर स्वागत किया और उन्हें तलवार के साथ महाराणा प्रताप की मूर्ति भेंट की। तिवारी ने कहा कि परिवर्तन संकल्प यात्रा को लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है। इस बार कांग्रेस का जड़-मूल से सफाया हो जाएगा।
गर्मी से लोग हुए बेहाल
खेमली में यात्रा को सुबह 11 बजे आना था। यात्रा आई ढाई बजे। लोगों का खासतौर पर महिलाओं का बुरा हाल था। भारी उमर और गर्मी के बीच पेयजल और अल्पाहार की भी व्यस्था की गई थी। वह नाकाफी दिखी। इसके बावजूद सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण मौके पर डटे रहे।
2023-09-09