जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स बिजनेस इवेंट खत्म:मोदी बोले- बहुत जल्द 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनेगा भारत

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात15वीं BRICS समिट के तहत होने वाले बिजनेस फोरम इवेंट में शामिल हुए। इस दौरान अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा- भारत बहुत जल्द 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बन जाएगा और हम वर्ल्ड का ग्रोथ इंजिन बन जाएंगे।

उनके साथ इस मंच पर ब्राजील और साउथ अफ्रीकी प्रेसिडेंट भी मौजूद थे। खास बात ये है कि जोहान्सबर्ग में मौजूद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इवेंट में शामिल नहीं हुए। हालांकि, उनकी गैरमौजूदगी की वजह साफ नहीं हो सकी है।

3 मिनिट के भाषण में मोदी ने कहा- डिजिटल ट्रांजेक्शन के मामले में भारत अव्वल है। ब्रिक्स देशों को इकोनॉमिक फ्रंट पर सहयोग करना होगा। भारत बहुत जल्द 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बन जाएगा और हम वर्ल्ड का ग्रोथ इंजिन बन जाएंगे। भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में जबरदस्त सुधार किए हैं। मैं ब्रिक्स देशों के इन्वेस्टर्स को भारत में निवेश का न्योता देता हूं।

40 देश BRICS का मेंबर बनने की रेस में
14 साल पहले 2009 में बने ब्रिक्स समूह की बैठक इस बार काफी अहम मानी जा रही है। इसकी एकमात्र वजह इस संगठन का सदस्य बनने के लिए मची होड़ है। लगभग 40 देशों ने संगठन में शामिल होने की इच्छा जाहिर की है।

इनमें सऊदी अरब, तुर्किये, पाकिस्तान और ईरान भी शामिल हैं। इस बार की बैठक का सेंटर पॉइंट समूह का विस्तार ही होगा। हालांकि, इसके पांच सदस्य देशों के बीच अभी इस मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई है।

न्यूज एजेंसी ‘ANI’ की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार की बैठक में 45 मेहमान देश शामिल हो सकते हैं। सम्मेलन के बाद अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग किया जाएगा। इसमें दक्षिण अफ्रीका की ओर से आमंत्रित अन्य देश शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के सचिव विनय क्वात्रा के मुताबिक ब्रिक्स समिट में ग्लोबल इकोनॉमिक रिकवरी, जियो पॉलिटिकल चैलेंज और काउंटर टेरेरिज्म पर बातचीत की जाएगी।

साउथ अफ्रीका में क्यों हो रही है बैठक
ब्रिक्स संगठन में 5 मेंबर देश हैं। इनमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका शामिल हैं। ब्रिक्स देशों के बीच हर साल एक समिट होती है, जिसके लिए सभी देशों के लीडर्स इकट्ठा होते हैं। इसके लिए हर साल इन 5 देशों के बीच प्रेसिडेंसी और मेजबानी बदलती रहती है।

इस साल जनवरी में साउथ अफ्रीका के पास संगठन की मेजबानी पहुंची। लिहाजा, 22-24 अगस्त के बीच साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स समिट हो रही है। इसके बाद 2024 में रूस ब्रिक्स समिट की मेजबानी करेगा।

भारत के लिए क्यों अहम है BRICS…
भारत की विदेश नीति दुनिया पर किसी एक देश के दबदबे के खिलाफ है। भारत एक मल्टीपोलर दुनिया का समर्थन करता है। ऐसे में भारत के लिए BRICS जरूरी है। इसकी बड़ी वजह ये भी है कि इसके मंच से भारत पश्चिमी देशों के दबदबे के खिलाफ खुलकर बोल सकता है और उसे दूसरे सदस्य देशों का समर्थन मिलता है। इस संगठन से जुड़कर भारत कई बड़े संगठनों जैसे WTO,वर्ल्ड बैंक और IMF में विकसित देशों के दबदबे को खुलकर चुनौती देता है।

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