भाजपा चाहती तो किसी भी एक बड़े नेता या प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में भी यात्रा निकाल सकती थी। भाजपा ने सत्ता में आने के लिए यात्रा का पुराना फॉर्मूला तो अपनाया है, लेकिन उसकी रणनीति बदल दी है। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार इस रणनीति के पीछे तीन बड़े कारण हैं।
1. पीएम मोदी पर भरोसा
भाजपा को यह विश्वास है कि पीएम नरेंद्र मोदी पर देश की जनता भरपूर भरोसा करती है। पीएम मोदी हाल ही में राजस्थान के कई स्थानों पर सभा कर चुके हैं। उनकी सभाओं के प्रति आम लोगों में जबरदस्त आकर्षण है। ऐसे में चुनावों में पीएम मोदी के कामकाज और केंद्र की योजनाओं को लेकर जाना भाजपा को सुविधाजनक लग रहा है।
2. टकराव न हो इसलिए सीएम फेस नहीं
कोई भी राजनीतिक दल कितना भी अनुशासित हो, लेकिन अक्सर सीएम बनने के लिए पार्टी के भीतर भी कई बार बड़े नेताओं के बीच टकराव की स्थिति बन ही जाती है। भाजपा ने यात्राओं की कमान किसी एक नेता को न सौंपकर पार्टी को ही सौंपी है।
ऐसे में अब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रदेशाध्यक्ष सी. पी. जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ सहित किसी भी अन्य नेता के बीच सीएम बनने की होड़ खत्म सी हो गई है। अब अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो शीर्ष नेतृत्व ही तय करेगा कि सीएम कौन बनेगा, कौन नहीं।
3. प्रदेश के 4 बड़े धार्मिक स्थल चुने, यहां से करोड़ों लोगों का सीधा जुड़ाव
भाजपा ने राजस्थान के चार बड़े धार्मिक स्थानों त्रिनेत्र गणेश मंदिर, बेणेश्वर धाम, रामदेवरा धाम और गोगामेड़ी से इन यात्राओं को शुरू करने का फैसला किया है। यह सीधे-सीधे करोड़ों लोगों की आस्था को छूने का प्रयास है। राजस्थान के करोड़ों आदिवासी, किसान, व्यापारी, दलित, सवर्ण आदि वर्ग-समुदाय के लोगों को जोड़ने के लिए यह एक कारगर कदम साबित हो सकता है।
कैसे कवर होंगी 200 विधानसभा सीटें?
भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक नारायण पंचारिया ने बताया कि 2 सितंबर को भाजपा की परिवर्तन यात्रा शुरू होगी। यह सभी 200 सीटों पर निकाली जाएगी। पार्टी आदिवासी, दलित, किसान, युवा और महिला वर्ग के लिए चौपाल लगाएगी। चौपाल में इन वर्गों से जुड़ी कांग्रेस सरकार की योजनाओं की विफलता को बताया जाएगा। भाजपा नेता आंकड़ों-तथ्यों के माध्यम से पिछले 5 वर्ष में पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बलात्कार, हत्या जैसे मुद्दे उठाएंगे।
5 सितंबर से, नितिन गडकरी आएंगे
चौथी यात्रा गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) से शुरू होगी। इसे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी रवाना करेंगे। यह 18 दिन तक चलेगी और 50 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। 2128 किलोमीटर चलने वाली इस यात्रा के मार्ग में बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर व अलवर जिलों की विधानसभा सीटें आएंगी।