डीआरएम ने आबूरोड सहित विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण कर तैयारियों का लिया जायजा

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एनीमोमीटर से की जा रही है हवाओं की स्पीड की मॉनिटरिंग

आबूरोड, 13 जून (ब्यूरो): चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के मद्देनजर गुजरात से सटे आबूरोड स्टेशन पर सभी प्रकार के आवश्यक प्रबंध किए गए है। लोको पायलट, गार्ड एवं ट्रेनों के संचालन से जुड़े अधिकारियों को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने का प्रशिक्षण दिया गया है। इसी क्रम में डीआरएम राजीव धनकड़ ने मंगलवार को आबूरोड सहित विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया तथा अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार 14 जून बुधवार तक चक्रवात बिपरजोय का प्रभाव पूरे सौराष्ट्र क्षेत्र में पडेगा। इस तूफान के सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्रों को प्रभावित करने की उम्मीद है। तूफान के संवेदनशील क्षेत्रों में भावनगर, महुवा, वेरावल से पोरबंदर क्षेत्र, ओखा से एचएपीए और गांधीधाम क्षेत्र शामिल हैं। 14 तारीख की शाम को मांडवी-जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल होने का अनुमान है। रेलवे ने सुरक्षा सुनिश्चित करने और चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए विभिन्न सुरक्षा उपायों को लागू किया है।चक्रवात तूफान को देखते हुए पश्चिम रेलवे जोनल मुख्यालय में आपदा प्रबंधन कक्ष बनाया गया है, जिसमे विभिन्न विभागों के कर्मचारी चौबीसों घंटे मुस्तैद किए गए हैं। भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद और गांधीधाम में मंडल मुख्यालयों पर आपातकालीन नियंत्रण कक्षों का संचालन किया जा रहा है। हवा की गति की नियमित निगरानी के लिए स्टेशनों पर एनीमोमीटर लगाए गए हैं और हर घंटे के आधार पर हवा की गति की रीडिंग ली जा रही है। 50 किमी प्रति घंटे से अधिक हवा का वेग होने पर ट्रेनों को नियंत्रित करने या रोकने के निर्देश दिए गए हैं। रियल टाइम मॉनिटरिंग और समन्वय के लिए ऑनलाइन समूहों का गठन किए गए हैं । ट्रेनों की आपातकालीन निकासी के लिए पर्याप्त डीजल लोकोमोटिव और कोचिंग रेक की उपलब्धता सुनिश्चित की गई हैं । डबल स्टैक कंटेनरों के लदान पर रोक और उनके संचलन पर अस्थाई प्रतिबंध रहेगा। पैसेंजर ट्रेनों के शेड्यूल की समीक्षा और चक्रवात की स्थिति के आधार पर जरूरी फैसले किए जा रहे है। चक्रवात के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल के संबंध में लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों की काउंसलिंग। चालक दल के आराम के लिए बनाए गए विभिन्न रनिंग रूम में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं (भोजन, चिकित्सा आदि) की गई हैं। हवा के मुक्त आवागमन के लिए कोचों के दरवाजे और खिड़कियां खुली रखने के निर्देश दिए गए है। कड़ी निगरानी के लिए गहन फुटप्लेट निरीक्षण किए गए हैं। सड़क के बुनियादी ढांचे में बाधा आने की स्थिति में चक्रवात के बाद आरसीडी ईंधन की आवाजाही के लिए पूरी तरह से ईंधन वाले डीजल इंजनों और भरे हुए आरसीडी ईंधन टैंकों की सामान्य परिचालन में उपलब्धता की व्यवस्था की गई हैं। संचार विफलता के मामले में सैटेलाइट फोन, एफसीटी और डीओटी फोन सहित आपातकालीन नियंत्रण कक्ष एवं संचार व्यवस्था के लिए वीएचएफ सेट की उपलब्धता की गई हैं। सभी डिपो के टावर वैगन चालक व टीआरडी स्टाफ अलर्ट पर रखे गए हैं। अगर पावर ग्रिड की आपूर्ति बाधित होती है, तो ट्रेन सेवाएं डीजल ट्रैक्शन पर सञ्चालन करने की व्यवस्था की गई है। जंक्शन स्टेशनों, कंट्रोल रूम और प्रमुख कॉलोनियों, पंपों आदि पर बिजली की आपूर्ति विफल होने पर डीजी सेट के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जाएगी। जमीन के साथ-साथ पहियों पर सभी महत्वपूर्ण सामग्रियों जैसे मलबे, गिट्टी, खदान की धूल और खदान की धूल का स्टेशनवार विवरण तैयार किया गया है। रात में लोडिंग सुविधा सहित वैगनों में सामग्री की लोडिंग की व्यवस्था की गई है। पोकलेन, जेसीबी मशीन आदि किराए पर ली गई हैं और गोताखोरों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। भारी अर्थ मूविंग मशीनरी, ट्रक, रस्सी, चेन आरी, पानी निकालने वाले पंप, पिकअप वैन आदि रखने वाली एजेंसियों के विवरण इकट्ठा कर, उन्हें अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। विभागीय और संविदात्मक दोनों प्रकार से जनशक्ति जुटाई गई है। बेहतर समन्वय के लिए द्वारिका, जामनगर और सुरेंद्रनगर स्टेशनों पर विभिन्न विभागों के पर्यवेक्षकों वाली 3 टीमों का गठन किया गया है। ट्रैक और पुलों की लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। स्टेशनों पर प्लेटफार्म शेल्टर एवं चादरों की आवश्यक सुरक्षा हेतु सर्वेक्षण किये जा चुके है। सभी स्टेशन प्लेटफार्म शेल्टर को उचित रूप से सुरक्षित किया गया है

पुलों (60 किमी प्रति घंटे की अधिकतम हवा की गति) पर आवागमन के लिए यातायात प्रतिबंध लगाने के लिए हवा के वेग को प्रति घंटे के आधार पर मापा और निगरानी की जा रही है। इसी के साथ मानसून सावधानियों को भी पूरी तरह से लागू किया जाएगा। रेलवे ट्रैक के पास कमजोर पेड़ों की पहचान और कटाई की गई है। सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश दिए गए है जिसमें, एलसी बूम बंद करना और पोर्ट केबिन से काम करने वाले एलसी से कर्मचारियों की वापसी शामिल है। ओएचई और ट्रांसमिशनलाइनों की निगरानी और निरीक्षण, बिजली अधिकारियों के साथ संपर्क, और अतिरिक्त बिजली उपकरणों का प्रावधान किया गया है। डीजी सेटों की स्थापना, और स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता की गई है। आपातकालीन संचार के लिए 15 एफसीटी, एआरटी/एआरएमई (दुर्घटना राहत ट्रेन/दुर्घटना राहत चिकित्सा ट्रेन) में 2 सैटेलाइट फोन और वॉकी टॉकी सेट का उपयोग किया जाएगा। निश्चित किये गए स्थानों पर एआरटी/एआरएमई (दुर्घटना राहत ट्रेन/दुर्घटना राहत चिकित्सा ट्रेन) की तैनाती। साथ ही सभी कर्मचारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट, जूते आदि का उपयोग करने के लिए सख्ती से निर्देशित किया गया है।आपात स्थिति में सहायता के लिए RPSF (रेलवे सुरक्षा विशेष बल) कंपनी की तैनाती। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आस-पास के डिवीजनों की RPSF कंपनी को चक्रवात संभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है।अधिकारियों को चक्रवात के मद्देनजर जीआरपी, शहर पुलिस, नागरिक अधिकारियों, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ समन्वय करने और आपात स्थिति में आवश्यक सहायता लेने की सलाह दी गई है। जल और खाद्य सामग्री के पर्याप्त स्टॉक के साथ चक्रवात प्रभावित अवधि के दौरान खानपान स्टॉल खुले रहेंगे। यात्रियों को सतर्क करने के लिए चक्रवात की स्थिति के बारे में स्टेशनों पर नियमित घोषणा की जाएगी। चक्रवात संभावित क्षेत्रों में विभिन्न स्टेशनों पर हेल्प डेस्क खोले गए है। जरूरत पड़ने पर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए राज्य परिवहन सेवाओं के साथ समन्वय किया गया है। अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों में एंबुलेंस और पर्याप्त दवाएं तैयार रखी गई हैं। जरूरत पड़ने पर मरीजों को शिफ्ट करने के लिए चक्रवात क्षेत्र में चिकित्सा राज्य प्राधिकरण और पैनलबद्ध अस्पतालों से समन्वय किया गया हैं। रेलवे मेडिकल टीम, राज्य मेडिकल टीम के संपर्क में है और उनके साथ समन्वय कर रही है और आपात स्थिति में मरीजों को स्थानांतरित करने के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों के साथ भी संपर्क में है। गुजरात राज्य एम्बुलेंस टोल फ्री नंबर 108 को अलर्ट किया गया है। अन्य स्थानीय अस्पतालों को भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट कर दिया गया है।

प्रारंभिक स्टेशन से रद्द रेल सेवाएं
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार गाडी संख्या 09524, दिल्ली सराय -ओखा रेलसेवा 14 जून, गाडी संख्या 22483, जोधपुर-गांधीधाम
रेलसेवा, गाडी संख्या 22484, गांधीधाम-जोधपुर रेलसेवा
15 जून तथा गाडी संख्या 19269, पोरबंदर-मुजफ्फरपुर रेलसेवा 15 जून को रद्द रहेगी
प्रारम्भिक स्टेशन से आंशिक रद्द रेल सेवाएं
गाडी संख्या 19574, जयपुर-ओखा रेलसेवा जो 13 जून को जयपुर से रवाना हुई है वह रेलसेवा राजकोट तक ही संचालित होगी। गाडी संख्या 20938, दिल्ली सराय-पोरबंदर रेलसेवा वह रेलसेवा राजकोट तक ही संचालित होगी। गाडी संख्या 19270, मुजफ्फरपुर-पोरबंदर रेलसेवा विरमगॉम तक ही संचालित होगी। गाडी संख्या 20937, पोरबंदर-दिल्ली सराय रेलसेवा को पोरबंदर के स्थान पर राजकोट से प्रस्थान करेगी। गाडी संख्या 14321, बरेली-भुज रेलसेवा 14 जून को बरेली से प्रस्थान करेगी। यह रेलसेवा पालनपुर तक ही संचालित होगी। गाडी संख्या 14311, बरेली-भुज रेलसेवा बरेली से चांदलोडिया तक ही संचालित होगी। गाडी संख्या 14312, भुज-बरेली रेलसेवा, दिनांक 13 जून को भुज-चांदलोडिया के मध्य आंशिक रद्द रहेगी। गाडी संख्या 14322_भुज-बरेली रेलसेवा, 15 जून को भुज के स्थान पर पालनपुर से प्रस्थान करेगी। गाडी संख्या 14312 भुज-बरेली रेलसेवा 14 जून को भुज के स्थान पर पालनपुर से प्रस्थान करेगी।

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