जोधपुर। उपनगरीय भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर आज एक ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसकी सूचना जब रेलवे व पुलिस प्रशासन को मिली तो हडक़ंप मच गया। कई विभागों के अधिकारी वहां पहुंचे तो पता पता लगा कि यह महज मॉक ड्रिल थी जो आपात राहत व बचाव कार्यों में रेस्पांस टाइम नोट करने के लिए की गई थी।
दरअसल प्रशासन समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन करता है जिसमें संबंधित अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई की टाइमिंग चेक की जाती है। इसी कड़ी में आज भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने की मॉक ड्रिल की गई। डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि यह मॉक ड्रिल राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) के समन्वय के साथ किया गया। मॉक ड्रिल में रेलवे के आरपीएफ, जीआरपी, मेडिकल, रेलवे सिविल डिफेन्स, संरक्षा, इंजीनियरिंग,मैकेनिकल केरिज और वैगन, इलेक्ट्रिक व एस एंड टी, मेडिकल तथा राज्य सरकार के एसडीआरएफ, स्टेट सिविल डिफेन्स, स्टेट पुलिस, फायर ब्रिगेड व स्टेट मेडिकल विभाग आदि ने त्वरित कार्यवाही करते हुए रेल दुर्घटना होने पर की जाने वाली कार्यवाही जैसे दुर्घटना में डिब्बो में फसे घायल यात्रीयों का बचाव, दुर्घटना स्थल पर आग लगने पर फायर ब्रिगेड द्वारा की जाने वाली कार्यवाही आदि का प्रदर्शन सफलता पूर्वक किया। उन्होंने बताया की मॉक ड्रिल से यह सुनिश्चित किया जाता है कि जो निर्धारित प्रक्रिया है उसका पालन हो रहा है या नहीं अथवा इसमें क्या सुधार या बदलाव करने की आवश्यकता है। सभी विभागों का रिस्पांस टाइम कितना है यह भी पता चलता है। इस अवसर पर जोधपुर डीआरएम पंकज कुमार सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक मनोज जैन, एनडीआरएफ के कमांडेंट योगेश कुमार मीणा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ए वासुदेवन, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी शिखर मारू, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अनुराग मीणा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (बिजली) विजय चौधरी सहित मंडल के अधिकारी, रेलवे अस्पताल, वाणिज्य, इंजीनियरिंग, यांत्रिक आदि विभागों के कर्मचारियों तथा रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने सक्रिय योगदान दिया।
2023-09-20