बजरंग बली को लेकर रार, कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग तेज,छत्तीसगढ़ सीएम ने भी इसी राह पर चलने के दिए संकेत

Share:-

-कर्नाटक कांग्रेस ने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध की बात तो छत्तीसगढ़ सीएम ने भी इसी राह पर चलने के दिए संकेत
जयपुर, 3 मई : कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जो घोषणा पत्र जारी किया उसमें बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का भी जिक्र किया है। इसके बाद से इस मामले ने विवाद का रूप अख्तियार कर लिया। देशभर में इसको लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सीएम ने भी इसी राह पर चलने के संकेत देकर आग में घी डालने का काम किया है। राजस्थान में कांग्रेस व भाजपा के नेताओं के बीच भी इस मामले को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर राजस्थान सीएम अशोक गहलोत को लिखा कि मुख्यमंत्री जी आपके मंत्री कर्नाटक की भांति राजस्थान में भी बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का बेतुका बयान दे रहे हैं। आखिरकार गहलोत पैनल कोड जीपीसी की किस धारा में जय बजरंग बली और जय श्री राम के नारे लगाना अपराध है। जवाब दें, बजरंग बली के नाम से इतना खौफ क्यों।

कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है। पीएम ने कहा पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब बजरंग बली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है। सीजी सीएम भूपेश बघेल ने कहा जरुरत पडऩे पर राज्य सरकार की ओर से कदम उठाया जा सकता है। गुंडागर्दी कर रहे, सदस्य होने के नाते उनको हथियार नहीं मिल जाता। इसके विपरीत कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस तो खुद बजरंग बलि की भक्त है। इस अवसर पर उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा टकराव कर रही है। घोषणा पत्र में ऐसा कुछ नहीं लिखा है जो बजरंग बलि के खिलाफ हो, भाजपा फालतू के आरोप लगा रही है।

बजरंग दल में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की भर्ती कर करवाए जा रहे अपराध : मेघवाल
आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल ने कहा कि कर्नाटक और राजस्थान अलग-अलग नहीं हैं। यहां भी बजरंग दल के लोग अगर अपराध करेंगे, गलत काम करेंगे, हम लोग विरोध करेंगे। बजरंग दल में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की भर्ती कर अपराध करवा जाते हैं। मॉब लिंचिंग करवाते हैं। धर्म के नाम पर लोगों के साथ मारपीट की जाती है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए मेघवाल ने कहा कि हमारा प्रदेश संगठन, राष्ट्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री बैठकर चिंतन करेंगे। अगर हमें महसूस हुआ कि बजरंग दल के नाम पर अपराध हो रहे हैं। जय श्रीराम के नारे लगाकर आपराधिक काम हो रहे हैं, तो हम इसकी छूट कतई नहीं देंगे। मेघवाल ने कहा कि जहां तक बजरंग दल की बात है। इस बात का मुझे दुख होता है कि लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। बजरंग दल में वे लोग शामिल किए जा रहे हैं, जिनका बैकग्राउंड आपराधिक है। इन पर कई जिलों में आपराधिक मामले और संगीन मुकदमे हैं। उन लोगों को चुन-चुन कर बजरंग दल में भर्ती किया जा रहा है। हमारी पार्टी ने बजरंगबली का विरोध नहीं किया है। यह जो देवताओं के नाम पर दल बनाकर अपराध कर रहे हैं, उस बात के विरोध में कर्नाटक में फैसला किया गया है। 1948 में जब महात्मा गांधी को नाथूराम गोडसे ने गोली मारी थी, तब तत्कालीन गृहमंत्री सरदार पटेल ने बैन लगाया था। कर्नाटक में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी बजरंग दल को बैन किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *