जयपुर, 26 अप्रैल (ब्यूरो): राजधानी के जयपुरिया अस्पताल में मंगलवार को एक अद्र्धविकसित नवजात के जन्म के बाद उसके परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान नवजात के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चा बदलने का भी आरोप लगाया।
अस्तपाल में उत्तर प्रदेश निवासी रिंकी पत्नी धर्मेन्द्र का लंबे समय से इलाज चल रहा था और वह गर्भवती थी जिसकी यहां नियमित जांच की जा रही थी। आज जब डिलीवरी हुई तो उसने अद्र्धविकसित बालक को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद जब परिजनों ने इसकी शिकायत डॉक्टर से की और कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना था कि नवजात के अंग विकसित नहीं हुए ये बात चिकित्सक ने पहले नहीं बताई और पिछले 6 माह से बच्चे की स्थिति बिल्कुल सामान्य बताई जा रही थी। महिला के पति धर्मेन्द्र ने बताया कि चिकित्सक उन्हें समय रहते बता देते तो अन्य डॉक्टर को दिखाकर इलाज करवाते। उन्होंने आरोप लगाया कि हमे शक है कि बच्चा बदला गया है।
डीएनए करवाने का दिया विकल्प
परिजनों की ओर से बच्चा बदलने के आरोप के बाद शुरुआत में बच्चे को लेने से मना कर दिया। इसे देखते हुए हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और प्रशासन के लोगों ने परिजनों से समझाइश शुरू की। प्रशासन ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि जरूरत पड़ी तो डीएनए टेस्ट भी करवा दिया जाएगा, ताकि ये साबित हो जाएगा की बच्चा बदला है या नहीं? काफी देर हंगामा और बैठक होने के बाद आखिरकार परिजनों ने बच्चे को लिया और इलाज के लिए उसे जेके लॉन हॉस्पिटल रैफर किया।
2023-04-27