ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) सर्वे शनिवार सुबह 9 बजे से शुरू होकर शाम करीब 5 बजे तक चला। पहले सुबह करीब चार घंटे सर्वे चला। फिर दो घंटे के लिए रोक दिया गया। इसके बाद दोपहर 3 बजे दोबारा सर्वे शुरू हुआ। ASI टीम के साथ हिंदू और मुस्लिम पक्ष के एक-एक वकील तहखाने में उतरे।
इससे पहले शुरुआती 4 घंटे के सर्वे में चार टीमों ने ज्ञानवापी हॉल, तहखाना, पश्चिम दीवार, बाहरी दीवार और सेंट्रल के मैप तैयार किए। सर्वे की कार्यवाही गुरुवार से चल रही है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान भी 6 घंटे तक सर्वे किया गया था। ASI की 61 मेंबर्स की टीम सर्वे कर रही है। वजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे होना है।
हिंदू पक्ष के वकील अनुपम द्विवेदी ने कहा कि ज्ञानवापी की 3D इमेजिंग, सेटेलाइट से मैपिंग (फ्रेमिंग-स्कैनिंग) में मूर्तियों के कुछ टुकड़े मिले हैं। साथ ही प्राचीन मंदिर के भग्नावशेष हैं। एक-दो दिन के अंदर जीपीआर मशीन भी लगेगी।
वहीं, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ASI की रिपोर्ट आएगी, तो भाजपा एक नरेटिव सेट करेगी। हमें डर है कि कहीं 23 दिसंबर या 6 दिसंबर जैसी घटनाएं न हो जाएं। हम नहीं चाहते कि बाबरी मस्जिद जैसे मामले और खुल जाएं।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई की थी। कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था- हम हाईकोर्ट के आदेश में दखल क्यों दें? साथ ही मुस्लिम पक्ष से यह भी पूछा था कि ASI सर्वे पर ऐतराज क्यों है?
पहले पढ़िए हिंदू पक्ष के वकील का बयान
सर्वे का काम पूरा होने के बाद राखी सिंह के वकील अनुपम द्विवेदी ने कहा कि आज व्यास जी के तहखाने में सफाई करके बिजली बत्ती लगाई गई है। आज तो कोई देव मूर्ति नहीं मिली है। तहखाने में पिलरों के टूटे अवशेष दिखे हैं। पिछले साल के सर्वे से कहीं ज्यादा प्रमाण इस बार देखने को मिल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले कमिशन की कार्रवाई के दौरान मूर्तियां और कुछ अवशेष मिले थे। आज मूर्तियां तो नहीं, कुछ टुकड़े जरूर मिले हैं। वह प्राचीन मंदिर के भग्नावशेष हैं। उन्होंने बताया कि एएसआई साइंटिफिक संस्था है। पिछली कार्रवाई में किसी चीज को छूने का अधिकार नहीं था। सिर्फ आंखों के सामने जो दिख रहा था, वही हम कर पा रहे थे।
एएसआई इस बार चीजों को छू भी रही है और जांच भी कर रही है। एक-दो दिन के अंदर जीपीआर आने वाला है। इसके बाद सब कुछ साफ हो जाएगा। एक्सपर्ट रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आज सभी तरह की चाबियां हमें मिल गई हैं। मुस्लिम पक्ष ने आज सहयोग किया है। अंदर घुसने के बाद पूरी मैपिंग की गई। आज एएसआई की टीम ने मुख्य मस्जिद का हिस्सा, जिसे हॉल कहते हैं, वहां की पूरी मैपिंग की है। इसके अलावा व्यास जी के तहखाने में भी दाखिल हुई है। कल रविवार है, मगर कार्रवाई जारी रहेगी। सुबह 8 से शाम 5 बजे तक कार्रवाई होगी। सिर्फ 12:30 से 2:30 बजे तक भोजन और नमाज की वजह से कार्रवाई बंद रहेगी।
मस्जिद का ताला खोला, तहखाना अभी बंद है
मुस्लिम पक्ष आज सर्वे के दौरान मौजूद है। इंतजामिया कमेटी के वकील मुमताज परिसर से बाहर आए। उन्होंने कहा,”अंदर सर्वे चल रहा है। हम संतुष्ट हैं। मस्जिद का ताला खोला गया है। मशीनें अंदर मौजूद हैं। लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। तहखाने को खोलने के लिए कहा गया है। अभी वो बंद है।
अब तक सिर्फ चीजों को आंखों से देखकर उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक वहां ना मिट्टी का सैंपल, ना कोई पत्थर का टुकड़ा ले सकते हैं। अंदर कमेटी से दो वकील और एक सचिव हैं।”
तहखाने का सर्वे किया जा सकता है
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर ने कहा, “इमेजिंग, मैपिंग और साफ-सफाई हुई है। मॉडर्न टेक्नीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं भी सर्वे में हिस्सा ले रहा हूं। कितना समय लगेगा, ये कहना मुश्किल है। ASI टीम ये पता लगाएगी कि स्ट्रक्चर कितना पुराना है। ऐज कितनी है। क्या कुछ नया कंस्ट्रक्शन हुआ है। GPR किया जाएगा।”
केस से जुड़ी रेखा पाठक ने बताया, “तहखाने में सर्वे की कार्यवाही नहीं हो पाई है, क्योंकि किसी मुस्लिम पक्ष ने ताला नहीं खोला था और चाबी भी नहीं दी थी। आज मुस्लिम पक्ष की मौजूदगी में तहखाने में सर्वे किया जा सकता है।”
पत्थर के टुकड़े, दीवारों की कलाकृतियां और मिट्टी के लिए सैंपल
ASI की टीम ने अब तक सर्वे में पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता और नींव के सैंपल लिए हैं। इसके अलावा दीवारों की कलाकृतियां मिट्टी, अवशेष की प्राचीनता समेत अन्न के दाने का सैंपल जुटाया है। सर्वे के दौरान जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा रहेगी।
ASI की टीम के अलावा जिले के कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर और काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी भी वहां पर मौजूद रहेंगे।
2 दिन के सर्वे में पूरे परिसर की हो चुकी है पैमाइश
दो दिन के सर्वे में पूरे परिसर की पैमाइश हो चुकी है। चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की जा चुकी है। अब तक पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।