भारत में टेक कंपनी एपल का पहला ऑफिशियल स्टोर ओपन हो गया है। CEO टिम कुक ने कंपनी के पहले फ्लैगशिप रिटेल स्टोर को मुंबई में आज, यानी 18 अप्रैल को सुबह 11 बजे ओपन किया। उन्होंने स्टोर का दरवाजा खोला और लोगों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में ये स्टोर बनाया गया है। एपल के अब 25 देशों में कुल 551 स्टोर हो गए हैं। दिल्ली के साकेत में एपल का एक और स्टोर 20 अप्रैल को खुलेगा, जिसके बाद इसकी संख्या बढ़कर 552 हो जाएगी।
यहां कई लोगों के मन में सवाल होगा कि एपल के कई स्टोर तो पहले से ही भारत में है, इसमें नया क्या है? दरअसल, अभी जितने भी स्टोर एपल के प्रोडक्ट बेच रहे हैं, वो सभी कंपनी के प्रीमियम रिसेलर हैं। प्रीमियम रिसेलर का मतलब ऐसे थर्ड पार्टी स्टोर से है, जिन्होंने डिवाइस सेल करने के लिए एपल से लाइसेंस लिया है।
एपल के ऑफिशियल और थर्ड पार्टी स्टोर्स में सबसे बड़ा अंतर है कस्टमर एक्सपीरियंस का। ऑफिशियल रिटेल स्टोर्स को अपने प्रीमियम कस्टमर एक्सपीरियंस के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। इसके अलावा भी इन स्टोर्स की कई सारी खूबियां हैं। इस स्टोर में 50% महिला कर्मी हैं और स्टोर का नेतृत्व भी महिला के हाथ में है।
सबसे पहले एपल BKC स्टोर के बारे में जानें…
एपल के मुंबई आउटलेट को एपल BKC नाम दिया गया है। ये मुंबई के बांद्रा कुर्ला इलाके के जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में हैं। मुंबई सेंट्रल से इसकी दूरी करीब 14 किलोमीटर है। इस स्टोर का डिजाइन शहर की आइकॉनिक ‘काली-पीली’ टैक्सियों से इंस्पायर है। इसका हर महीने का किराया 42 लाख रुपए है। रेंट को हर तीन महीने में पे किया जाएगा।
एपल स्टोर की 5 बड़ी बातें
सुपर लार्ज स्टोर: ऑफिशियल स्टोर काफी बड़े होते हैं। इसमें भीड़ होने पर भी किसी भी प्रोडक्ट को देखने के लिए थोड़ा भी इंतजार नहीं करना पड़ता।
यूनीक डिजाइन: एपल स्टोर का यूनीक डिजाइन होता है। मुंबई स्टोर का डिजाइन शहर की काली-पीली टैक्सियों से इंस्पायर है। न्यूयॉर्क स्टोर क्यूब शेप का है।
तुरंत बिलिंग: प्रोडक्ट खरीदने के बाद बिलिंग के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं। एपल स्टोर के एम्प्लॉइज बिलिंग के लिए मोबाइल पेमेंट टर्मिनल साथ रखते हैं।
डिवाइस कॉन्फिगर: मैकबुक या आईमैक जैसे प्रोडक्ट को आप अपने हिसाब से कॉन्फिगर करा सकते हैं। रिसेलर्स के पास इस तरह की सर्विस नहीं मिलती थी।
बेहतर ट्रेड-इन वैल्यू: ये स्टोर बेहतर एक्सचेंज वैल्यू के लिए जाने जाते हैं। आमतौर पर यहां ट्रेड इन वैल्यू अमेजन-फ्लिकार्ट जैसे प्लेटफॉर्म से ज्यादा मिलती है।
अब इन स्टोर से जुड़े कुछ जरूरी सवालों के जवाब…
1. क्या एपल के प्रोडक्ट सस्ते मिलेंगे?
एपल स्टोर पर कीमत आम तौर पर जियोमार्ट, क्रोमा और अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म से ज्यादा होती है। हां ये जरूर है कि अगर एपल की तरफ से कोई स्पेशल डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा हो तो उसका फायदा मिल सकता है। इसलिए प्रोडक्ट सस्ता मिलने की कोई गारंटी नहीं है।
2. क्या प्रोडक्ट अवेलिबिलिटी की परेशानी दूर होगी?
एपल के स्टोर के पास विशाल इन्वेंट्री रहती है। यानी सभी प्रकार के प्रोडक्ट और कलर स्टॉक में ज्यादातर समय अवेलेबल रहते हैं। यदि कोई ग्राहक iMac जैसे प्रोडक्ट को अपने हिसाब से कॉन्फिगर करके लेना चाहता हो तो वो भी कर सकता है। एपल स्टोर्स में डेमो और खरीद के लिए उपलब्ध डिवाइस रेंज बहुत बड़ी है।
3. क्या प्रोडक्ट सर्विसिंग में कम समय लगेगा?
अभी तक देश में थर्ड पार्टी के जरिए एपल के सर्विस सेंटर्स को उसके स्टोर से अलग ऑपरेट किया जाता था। अब कस्टमर्स को इन-स्टोर सर्विसिंग फैसिलिटीज मिलेगी। इसे ‘जीनियस बे’ कहा जाता है। इससे पार्ट की अवेलेबिलिटी न होने के कारण होने वाली देरी की समस्या खत्म होगी। सर्विस भी ट्रेंड प्रोफेशनल्स करेंगे।
जीनियस बे डिवाइस सेट करने और एपल आईडी रिकवर करने से लेकर सब्सक्रिप्शन और बिलिंग हर चीज में मदद करेगा। फिजिकल डैमेज के मामले में एक्सपर्ट देखेगा कि डिवाइस में किस चीज की जरूरत है और क्या यह वारंटी के तहत आता है या एपल केयर में ये कवर है।
4. क्या ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे?
ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए एपल ने साल 2020 में ही अपनी सर्विसेस इंडिया में लॉन्च कर दी थीं। यानी किसी भी डिवाइस को ऑनलाइन खरीदा जा सकता था। हालांकि अब ऑनलाइन खरीदारी करने के बाद प्रोडक्ट को स्टोर से पिक करने का ऑप्शन भी मिलेगा।
सोमवार को मुंबई पहुंचे थे कुक
एपल के CEO टिम कुक स्टोर की लॉन्चिंग के लिए सोमवार को मुंबई पहुंचे थे। यहां पहुंचते ही उन्होंने ट्वीट किया- ‘हैलो, मुंबई! हम नए एपल BKC स्टोर में अपने कस्टमर्स का स्वागत करने के लिए और इंतजार नहीं कर सकते।’