उदयपुर, 08 अक्टूबर(ब्यूरो): शहर से सटे अमरखजी महादेव की पहचान अब बदलने जा रही है। यह क्षेत्र अब तेंदुओं के लिए रिजर्व रहेगी। संभावना जताई जा रही है कि यहां जयपुर के झालाना की तरह लेपर्ड सफारी भी शुरू की जाएगी। इसी के साथ एक और खुशी उदयपुर को मिली है। शहर के करीबी बड़ी स्थित तालाब को अब महाशीर मछलियों के लिए कंजर्वेशन के लिए रिजर्व किया गया है। इससे ना केवल उदयपुर के पर्यटन को पंख लगेंगे, वहीं जैव विविधता के संरक्षण के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
7000 हैक्टेयर में होगा अमरखजी महादेव लेपर्ड कंजर्वेशन
अमरखजी महादेव लेपर्ड कंजर्वेशन 7000 हैक्टेयर एरिया में होगा। इसमें अमरखजी महादेव की 43 हैक्टेयर जमीन भी शामिल की गई है। यह रिजर्व अमरखजी महादेव मंदिर से शुरू हाेकर देबारी हाेते हुए कुराबड़ तक जाएगा। यह पूरा काॅरिडाेर हाेगा। इस रिजर्व एरिया में उदयसागर झील के अलावा मावली और कुराबड़ रेंज भी आएगी। यूआईटी का पुराहितों का तालाब भी इसमें शामिल होगा। अभी इस पार्क की देखरेख वन विभाग कर रहा है।
206 हैक्टेयर में बड़ी कंजर्वेशन
प्रदेश में महाशीर मछलियां उदयपुर में ही बची हैं। इस कंजर्वेशन रिजर्व में गाेरेला, माेरवानिया, नाथावताें का गुड़ा गांवाें की 206 हैक्टेयर जमीन अाएगी। यह माेरवानिया नदी से शुरू होकर गाेरेला राेड के समानांतर उबेश्वर महादेव चाैराहा तक जाएगा। इसमें राजस्व गांवाें की 86.6 हैक्टेयर भूमि काे शामिल किया है। अब इस झील पर वन्यजीव विभाग का नियंत्रण हाेगा। अभी यह पंचायत के पास थी, जबकि पाल वन विभाग संभाल रहा था।
सज्जनगढ़ में जल्द शुरू होगी लाॅयन सफारी
उदयपुर शहर में सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के पास सेंचुरी में लाॅयन सफारी की घोषणा पहले ही हो चुकी है। इसकी तैयारियां भी चल रही हैं। इसके भी जल्द शुरू होने के आसार हैं। ऐसे में पर्यटन को और मजबूती मिलेगी।