जोधपुर। वैशाख शुक्ल तृतीया पर आज अक्षय तृतीया पर शहर में शादियों की धूम मची रही। अबूझ सावे के रूप में मान्य आखातीज पर आज जिलेभर में वैवाहिक आयोजन हुए। आज कई जोड़े शुभ मुहूर्त की पावन बेला पर परिणय सूत्र में बंधे। कई स्थानों पर सामूहिक विवाह भी हुए। वहीं बाजारों में भी आज आखा तीज पर खरीदारी को लेकर भीड़ रही। कई लोगों ने नए प्रतिष्ठानों का मुहूत्र्त किया। वहीं कई लोगों ने सोना खरीदा।
वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि अक्षय तृतीया कहलाती है। सनातन धर्म में इस दिन को शुभ मुहूर्तों में से एक माना जाता है। अक्षय का दूसरा अर्थ है, जो कभी खत्म न हो। यह मुहूर्त मांगलिक कार्यों के लिए भी अतिशुभ माना जाता है। इसी लिए अक्षय तृतीया पर जिलेभर में शादी समारोह की धूम मची हुई रही। युवक-युवती परिणय सूत्र में बंधकर शादी के बंधन को अमर बनाने की कसमें खाई। इस बार पांच साल बाद कृतिका नक्षत्र में अक्षय तृतीया आई साथ ही छह विशेष शुभ संयोग बने। इस बार अक्षय तृतीया पर आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, त्रिपुष्कर योग, सर्वार्थसिद्धि व अमृत सिद्धि योग और रवि योग का विशेष संयोग रहा। इसी उपलक्ष में आज शहर के वैष्णव मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान, प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन किए गए। घर-घर खीच, गळवाणी, साबूत फली, मिर्ची-काचरी साथ ही दुगड़ी रोटी बनाई गई। किसानों ने खेतों में हलोतिया धन-धान्य की कामना की।
सामूहिक विवाह सम्मेलनों का आयोजन
श्री वुणा राव युवा संस्थान के तत्वावधान में छठा सामूहिक विवाह समारोह स्काउट गाइड मैदान में आयोजित हुआ। आयोजन समिति के चेनाराम धांधल ने बताया कि छठे सामूहिक विवाह स मेलन में तुलसी विवाह सहित 20 जोड़ों का परिणय संस्कार हुआ। वहीं श्री नारायण सेवा समिति मंडोर की ओर से भी आज सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया।