भारतीय मूल के अजय बंगा ने शुक्रवार (2 जून) से वर्ल्ड बैंक अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है। इसके साथ ही वे दो ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस वर्ल्ड बैंक और इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की अध्यक्षता करने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति बन गए हैं।
3 मई को 63 साल के अजय बंगा को वर्ल्ड बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स ने अपने 14वें अध्यक्ष के रूप में चुना था। उनका कार्यकाल 5 साल का रहेगा। फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें इस पद के लिए नॉमिनेट किया था। बंगा वर्ल्ड बैंक की अध्यक्षता करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं। वे डेविड मालपास की जगह पर आए हैं, जिन्होंने फरवरी में इस्तीफा देने का फैसला किया था।
नए अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा का स्वागत: वर्ल्ड बैंक
वर्ल्ड बैंक ने शुक्रवार को बंगा की हेडक्वार्टर में प्रवेश करते हुए फोटो पोस्ट की। साथ ही ट्वीट किया, ‘हमारे साथ मिलकर वर्ल्ड बैंक ग्रुप के नए अध्यक्ष के रूप में अजय बंगा का स्वागत करें। हम गरीबी से मुक्त दुनिया बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर ने बंगा को दी बधाई
IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने ट्वीट किया, ‘मैं अजय बंगा को शुभकामनाएं देती हूं, क्योंकि वे आज वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष के रूप में अपनी नई भूमिका ग्रहण कर रहे हैं। मैं अच्छा करने और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए हमारे संस्थानों के बीच गहरी साझेदारी जारी रखने की आशा करती हूं।’
मास्टरकार्ड के CEO रह चुके हैं अजय बंगा
मास्टरकार्ड के CEO रह चुके बंगा वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। अजय बंगा प्राइवेट इक्विटी फंड जनरल अटलांटिक के वाइस चेयरमैन हैं।
2016 में भारत सरकार ने बंगा को पद्मश्री से सम्मानित किया था
अजय बंगा का जन्म पुणे में 10 नवंबर 1959 को हुआ था। उनके पिता हरभजन सिंह बंगा भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे। उन्होंने जालंधर और शिमला से स्कूलिंग, DU से ग्रेजुएशन और IIM अहमदाबाद से MBA किया है। 2016 में भारत सरकार उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित कर चुकी है।
भारत में पिज्जा हट-KFC खोलने में बड़ी भूमिका निभाई
अजय उस भारतीय-अमेरिकी पीढ़ी के हैं, जिन्होंने पढ़ाई भारत में की और अमेरिका में अपनी काबिलियत की धाक जमा दी। उनकी जिंदगी मेहनत, संघर्ष और सफलता की कहानी है। पढ़ाई पूरी करने के बाद 1981 में उन्होंने नेस्ले इंडिया में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी जॉइन किया और 13 साल में मैनेजर बन गए।
इसके बाद वे पेप्सिको के रेस्टोरेंट डिवीजन का हिस्सा बने। यह उदारीकरण का दौर था, जब बंगा ने भारत में पिज्जा हट और KFC के लॉन्च में बड़ी भूमिका निभाई।
फॉर्च्यून ने शक्तिशाली उद्योगपति-2012 चुना
बंगा 1996 में सिटी ग्रुप के मार्केटिंग हेड बने। 2000 में सिटी फाइनेंशियल के प्रमुख नियुक्त किए गए। 2009 में मास्टरकार्ड के CEO बने और अपनी मार्केटिंग स्ट्रैटजी से मास्टरकार्ड को युवाओं में इतना लोकप्रिय बना दिया कि यह स्टेटस सिंबल बन गया।
मशहूर पत्रिका फॉर्च्यून ने 2012 में बंगा को ‘शक्तिशाली उद्योगपति-2012’ के तौर पर चुना था। वह हिंदुस्तान यूनिलीवर के पूर्व चेयरमैन मानविंदर सिंह बंगा के भाई हैं।