अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से नाराज पंचायत समिति सदस्य ने अधिकारियों अफसरशाही और जनप्रतिनिधियों पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए प्रधान को इस्तीफा स्वीकार करने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है। जानकारी के अनुसार पंचायत समिति आंधी के वार्ड नंबर 1 से कांग्रेस के पंचायत समिति सदस्य कोमल खोरवाल ने अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने पर आंधी प्रधान को इस्तीफे की पेश कस की हैं। खोरवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों पर अफसरशाही का आरोप लगाया वही जनप्रतिनिधियों पर भी भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि वे अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए कई बार मांग पत्र सौंप चुके हैं। लेकिन उनमें से एक भी विकास कार्य की स्वीकृति जारी नहीं की गई । जबकि पंचायत समिति में विकास कार्यों के लिए करीब 6 करोड रुपए की राशि पंचायत समिति मद उपलब्ध है। अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से नाराज पंचायत समिति सदस्य ने मंगलवार को आंधी प्रधान के कार्यालय पहुंचकर इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने आंधी प्रधान मानसी मीणा को इस्तीफा स्वीकार करने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है।
सूत्रों की माने तो खोरवाल के समर्थन में और भी पंचायत समिति सदस्य इस्तीफा सौंप सकते हैं। उन्होंने बताया कि लगातार विकास कार्यों के लिए मांग पत्र सौंपने के बाद भी विकास कार्यों की स्वीकृति नहीं आने पर वह आंधी विकास अधिकारी के पास पहुंचे। वहां पर उन्होंने विकास अधिकारी से अपने क्षेत्र में विकास कार्य की जानकारी मांगी। इस पर विकास अधिकारी ने आंधी पंचायत समिति क्षेत्र अधीनस्थ ग्राम पंचायतों में स्वीकृत कार्यों की लिस्ट देते हुए कहा कि इनमें देख लो आपका कार्य स्वीकृत हुआ है तो। खोरवाल ने जब लिस्ट में देखा तो उसमें उनके क्षेत्र का एक भी विकास कार्य स्वीकृत नहीं था। अपने क्षेत्र में विकास कार्य स्वीकृत नहीं होने पर उन्होंने इसके बारे में विकास अधिकारी से पूछा तो उन्होंने क्षेत्रीय विधायक से बात करने को कहा। इसके बाद खोरवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों पर अफसर शाही का आरोप लगाया वही जनप्रतिनिधियों पर भेदभाव का आरोप लगाया और कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जनता के हित में विकास कार्य नहीं करना आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए भारी पड़ सकते हैं। नाराज पंचायत समिति सदस्य खोरवाल ने आंधी पंचायत समिति प्रधान मानसी मीणा के कार्यालय पहुंचे और पंचायत समिति सदस्य के पद से इस्तीफा स्वीकार करने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा हैं।
2023-06-06