पाली 27 मई आपने शायद कभी सोचा ही नहीं होगा कि जिस व्यक्ति को उजाले व रोशनी से डर लगे , पानी मे परछाई देखने पर डर के मारे चिल्लाने लगे , वह व्यक्ति किसी के साथ आदमखोर जैसा व्यवहार कैसे कर सकता है । ज़िले के सेंदडा थाना क्षेत्र के सरादना गाँव में वृद्धा की पत्थरों से वार कर हत्या करने के बाद मुँह नोच कर खाने वाले सुरेन्द्र की जाँच की तो शनिवार को बांगड अस्पताल के चिकित्सक भी सकते में आ गये । आरोपी युवक मेडिकल बोर्ड की टीम की जांच में हाइड्रोफोबिया और मनोरोग का मरीज निकला। इस बीमारी के गंभीर लक्षण सामने आने पर चिकित्सकों मे भी हड़कंप मच गया ॥ जाँच करने वाले चिकित्सकों की मानें तो संभवत देश का यह पहला मामला होगा। जिसमें हाइड्रोफोबिया के मरीज ने किसी ने बेरहमी से जान ली। इस रोग से पीड़ित मरीज खुद स्वयं डरते है । बांगड अस्पताल के जेल वार्ड में भर्ती सुरेन्द्र नामक इस युवक के स्वस्थ की मेडिकल बोर्ड द्वारा कि गई , कहीं वह चिकित्सकों की टीम पर हमला ना कर दे उसके लिए उसे बेड से बांध कर रखा गया । जाँच के दौरान चिकित्सकों ने उस पर तरह तरह के परीक्षण किए जहां वह मामूली रोशनी से चिल्लाने लगा , मेडिकल बोर्ड की टीम ने प्रारंभिक जांच में माना कि आरोपी हाइड्रोफोबिया और मनोरोग का मरीज है ।ऐसे में उसे इलाज के लिए जोधपुर रेफर किया गया।इस युवक के संपर्क में आए पुलिस और नर्सिग स्टॉफ को संक्रमण से बचाने के लिए पीपी किट पहनाकर साथ भेजा गया। संपर्क में आए सभी डॉक्टर्स व पुलिसकर्मियों को एंटी रैबीज के टीके लगाए गए हैं । वारदात के दौरान भी इसने चार पुलिसकर्मियों के साथ कई ग्रामीणों का काटने की कोशिश की थी इन सबको एंटी रेबिज के टीके लगाए जा रहे हैं । ती है। चिकित्सकों के जानकारी के मुताबिक़ यह रोग कुत्ते, सियार, लोमड़ी, बिल्ली, गाय और घोड़ों को भी होता है। मनुष्य को यह रोग ज्यादातर कुत्ते के काटने से होता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति ज्यादा दिन जीवित नहीं रहता।पुलिस के मुताबिक़ शुक्रवार 26 मई 2023 की सुबह आरोपी संभवत ब्यावर चुंगी नांका उतरा और वहां से पैदल-पैदल पहाड़ी रास्ते होते हुए पाली के सेंदड़ा थाना क्षेत्र के सरादना गांव के निकट पहाड़ी क्षेत्र में पहुंचा। जहां बकरियां चरा रही सराना गांव निवासी शांति देवी (60) पत्नी नाना काठात की पत्थर से हमला कर उसकी हत्या की और फिर उसका चेहरा नोंचकर खा गया। यह घटना वहां बकरियां चरा रहे सलीम और साहिल ने देख ली और दूर से ही अपने मोबाइल में कैद आरोपी भागने लगा तो उन्होंने ग्रामीणों को फ़ोन कर बुलाया। जिन्होंने करीब डेढ़ किलोमीटर तक आरोपी का पीछाकर उसे पकड़कर पुलिस को सौंपा।
2023-05-27