अभियान में तीन डंपर, जेसीबी एवं पिकअप जब्त की
जोधपुर। बजरी का अवैध खनन करने वाले माफिया इन दिनों बेखौफ हो चले है। उन्हें पुलिस का कोई भय नहीं हैं। वे पुलिस की गाडिय़ों को टक्कर मारने से नहीं चूक रहे हैं इसकी एक बानगी बुधवार को नजर आई। बजरी से भरे डंपर को रोकने पर माफिया ने एसीपी की गाड़ी को टक्कर मार दी। हालांकि गनीमत रही कि एयर बैग खुलने से एसीपी की जान बच गई। घटना के बाद आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय का नारा देने वाली पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। घटना सुबह विवेक विहार थाना क्षेत्र के सालावास गांव की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बोरानाडा एसीपी जयप्रकाश अटल बुधवार को सुबह डीसीपी पश्चिम गौरव यादव के निर्देशन में सालावास गांव में अवैध बजरी को लेकर कार्रवाई के लिए गए थे। सुबह करीब पांच बजे बजरी से भरा डंपर यहां से निकला तो उसे रुकने का इशारा किया लेकिन चालक डंपर को तेज गति से भगा ले गया। इस पर उन्होंने डंपर का पीछा किया। थोड़ा आगे चलते ही चालक ने अचानक ब्रेक लगाए। उनकी गाड़ी पीछे चल रही थी उन्होंने भी ब्रेक लगाए। तभी डंपर चालक ने डंपर को पीछे लेकर गाड़ी को टक्कर मार दी। इससे गाड़ी के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि एयरबैग खुलने की वजह से उन्हें कोई चोट नहीं पहुंची। इसके बाद डंपर चालक डंपर को भगा ले गया। फिलहाल डंपर का पता नहीं चल पाया है। बता दें कि इन दिनों शहर में अवैध रूप से बजरी परिवहन कर निकलने वाले डंपर पुलिस से बचने के लिए नंबर भी नहीं लिखते हैं। कई बार हादसे होने के बाद नंबर नहीं होने की वजह से लोग डंपर की पहचान भी नहीं कर पाते हैं। बुधवार को चालक ने एसीपी की गाड़ी पर डंपर से टक्कर मारी उस पर भी नंबर नहीं लिखे हुए थे। इसके चलते उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। गौरतलब है कि अवैध बजरी खनन वर्चस्व को लेकर माफिया ने पिछले साल सितंबर में लूणी थाना क्षेत्र के धुंधाड़ा निवासी ओमाराम की हत्या कर दी थी। वाहनों में सवार होकर आए 10 से ज्यादा बदमाशों ने ओमाराम पर हमला किया और उस पर सरियों से मारपीट की जिसमें बुरी तरह से घायल ओमाराम ने जोधपुर के एमडीएम अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।
अवैध बजरी माफिया के खिलाफ चलाया अभियान
लूणी क्षेत्र में हो रहे अवैध बजरी खनन के विरुद्ध पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ एवं डीसीपी पश्चिम गौरव यादव के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त एवं सहायक पुलिस आयुक्त के पर्यवेक्षण में विभिन्न टीमों का गठन किया गया। प्रत्येक टीम में थानाधिकारी एवं उप निरीक्षक प्रोबेशनर एवं पुलिस बल को सम्मिलित किया गया। इस प्रकार लगभग 15 टीम गठित की गई जिसमें पर्याप्त पुलिस बल को लगाया गया। कार्रवाई के दौरान तीन डंपर, एक जेसीबी एवं एक पिकअप को सीज किया गया तथा दो व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार अवैध बजरी खनन का भी एक मुकदमा दर्ज किया गया। टीम में एडीसीपी पश्चिम हरफूल सिंह, एसीपी बोरानाडा जेपी अटल, बोरानाडा थानाधिकारी देवीचंद ढाका, लूणी थानाधिकारी किशनलाल, विवेक विहार थानाधिकारी दिलीप खदाव, कुड़ी थानाधिकारी सुमेरदान आदि के साथ प्रोबेश्रर एसआई के साथ प्रोबेश्नर आरपीएस शिवम जोशी को लगाया गया।