2 हजार की नोटबंदी का असर:​​​​​​​देवास बैंक नोट प्रेस में हर दिन छपेंगे 500 के 2 करोड़ से ज्यादा नोट

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आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) ने शुक्रवार को 2000 रुपए के नोट बंद कर उसे जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर तय कर दी। इसका सीधा असर देवास बैंक नोट प्रेस (बीएनपी) में देखने को मिला। बीएनपी ने शनिवार को आदेश जारी कर कर्मचारियों का रविवार का अवकाश निरस्त कर दिया। अब यहां प्रतिदिन 500-500 रुपए के 22 मिलियन नोट (2.20 करोड़ नोट) छापे जाएंगे। इसके लिए कर्मचारियों को प्रतिदिन 22 घंटे काम करना होगा। कर्मचारी एक साथ नहीं, बल्कि 11-11 घंटे की दो शिफ्टों में काम करेंगे। अभी ये 9-9 घंटे की शिफ्ट में काम करते हैं।

पहले से थी प्लानिंग… बढ़ा दी थी छपाई की रफ्तार

बैंक नोट प्रेस में 500, 200, 100, 50 व 20 रुपए के नोटों की छपाई होती है। 2000 के नोट बंद होने की सूचना के बाद रविवार से 500-500 रुपए के नोटों की छपाई बढ़ा दी जाएगी। वर्तमान में यहां 18 से 20 मिलियन नोट प्रतिदिन छप रहे हैं। रविवार से सिर्फ 500-500 रुपए के ही 22 से 23 मिलियन नोट छापे जाएंगे। बीएनपी में करीब 1,100 कर्मचारी काम करते हैं। यहां मशीन से प्रतिदिन 4-4 रबर सिलेंडर बन रहे हैं। सिलेंडर का उपयोग नोट छपाई के दौरान इंक को नोट तक व्यवस्थित पहुंचाने का रहता है।
नई वन लाइन मशीन एक साल पहले से छाप रही सवा गुना अधिक नोट
बीएनपी में एक साल पहले वन लाइन मशीन इंस्टाल की गई थी। आरबीआई ने एक साल पहले से 2000 का नोट बंद करने की प्लानिंग कर ली थी। इसीलिए देवास की बैंक नोट प्रेस में सवा गुना नोट छपाई का काम चल रहा था। नई मशीन से दो शिफ्ट नौ-नौ घंटे ही नोट छपाई का काम तेज गति से चलता रहा जिससे बाजार में नोट की किल्लत नहीं आए। नई मशीन के पास ही पुरानी वाली भी लगी है, जिससे मशीन खराब होने की स्थिति में भी छपाई का काम चलता रहे।

गुजरात के पेट्रोल पंपों पर 3 गुना आए 2 हजार के नोट

अहमदाबाद – 2000 रुपए के नोट चलन से बाहर होने की आरबीआई की घोषणा के बाद लोगों ने अपने नोट बाजार में खपाने शुरू कर दिए हैं। ज्वैलरी से लेकर किराना स्टोर तक लोग दो-दो हजार के नोट लेकर पहुंच रहे हैं। गुजरात के किराना व्यापारियों ने कहा- ‘दो हजार के नोट का स्वागत है। बशर्ते आप पूरी धनराशि का सामान खरीदें।’ 100-500 के सामान के लिए दो हजार का नहीं तोड़ेंगे। यहां पेट्रोल पंपों पर भी बड़ी तादाद में 2000 के नोट पहुंचे। इधर, मप्र में कई जगहदुकान, पेट्रोल पंप व डेयरी संचालकों ने 2000 के लेना बंद कर दिए हैं।

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